कमलेश नागरकोटी (Kamlesh Nagarkoti) हमेशा एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे और इसी चाहता में वह बचपन से ही तेज गति से गेंदबाजी करने की क्षमता विकसित कर रहे थे। अंडर 19 विश्वकप से चर्चा में आए इस गेंदबाज ने अपनी बेहतरी का श्रेय राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को दिया है। राहुल द्रविड़ टीम के कोच थे। नागरकोटी ने अपनी गेंदबाजी को लेकर कुछ अहम बातें बताई है।
स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत में नागरकोटी ने कहा कि हमारे (शिवम मावी, इशान पोरेल) पास द्रविड़ सर थे जो हमारा मार्गदर्शन करते थे। इसलिए उससे सीख लेकर हम अपने खेल में सुधार करने की कोशिश करते थे। मैं और मावी योजना बनाते थे कि किसी विशेष बल्लेबाज को कैसे आउट किया जाए, कैसे एक-दूसरे का समर्थन किया जाए और अगर हम में से कोई एक लगातार अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रहा है तो एक-दूसरे की मदद कैसे करें।
नागरकोटी ने बताया कि चोट के बाद मुझे राहुल द्रविड़ का साथ मिला और उन्होंने मुझे मजबूत होकर वापस आने की सलाह दी। एक गेंदबाज के रूप में सुधार करने में द्रविड़ ने जिस तरह मदद की, उसकी तारीफ नागरकोटी ने की।
"जब मैं आईपीएल के बाद चोटिल हुआ था, तो मैं वास्तव में निराश था। लेकिन मेरे अन्य कोच और द्रविड़ सर ने हमेशा मुझे प्रेरित करने की कोशिश की। एनसीए में जब भी मैं द्रविड़ सर से मिलता था, तो वह मुझे समझाते थे कि ऐसी स्थितियाँ कई एथलीटों के जीवन में होती रही हैं। लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि आप खुद को कैसे प्रेरित करते हैं और उस चरण से मजबूत होकर बाहर आते हैं। उनके शब्दों ने वास्तव में मुझे उत्साहित किया और मुझे एक गेंदबाज के रूप में सुधार करने में मदद की।"
केकेआर के लिए दो साल तक चोट के कारण नहीं खेल पाने को लेकर नागरकोटी ने कहा कि केकेआर ने मेरा एक परिवार की तरह ध्यान रखा।
इस तेज गेंदबाज ने कहा कि "मैंने हमेशा इस बारे में बहुत कुछ सुना है कि एक फ्रेंचाइजी के रूप में केकेआर कितना अच्छा है और कैसे वे अपने खिलाड़ियों का समर्थन करते हैं। वे आपके परिवार की तरह हैं और हमेशा जरूरतमंदों की मदद के लिए तैयार रहते हैं। हालांकि मैं दो साल से चोटिल था लेकिन उन्होंने मुझ पर विश्वास है कि जब भी मुझे मौका मिलेगा, मैं अच्छा करूंगा।"