विराट कोहली (Virat Kohli) के नेतृत्व वाली भारतीय टीम (India Cricket team) 26 दिसंबर से सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका (South Africa Cricket team) के खिलाफ बॉक्सिंग डे (Boxing Day Test) टेस्ट खेलेगी। हालांकि, इस समय देश में सबसे ज्यादा चर्चा फिल्म 83 को लेकर हो रही है।
कैसे कपिल देव ने विपरीत परिस्थितियों में 38 साल पहले टीम को चैंपियन बनाया था। यह ऐसी कहानी है, जिसे हजारों लाखों बार सुनाया गया है।
प्रत्येक क्रिकेटर की पुरानी संबंधित कहानियां इतनी अच्छी तरह दस्तावेजों में समाई हुई है कि इसे बहुत कम व्याख्या की जरूरत है। मगर यह कभी पुरानी नहीं लगती है।
कौन थे वो? एक ऐसी टीम, जिस पर किसी ने विश्वास नहीं किया था कि इतना बड़ा बदलाव करके विश्व क्रिकेट को हमेशा के लिए बदल कर रख देंगे। इस अवसर की विशालता का आकलन करने के लिए, भारत की 1983 विश्व कप जीत के बिना विश्व क्रिकेट की कल्पना करने का प्रयास करें।
खेल बहुत कम खेला जाता और सचिन तेंदुलकर शायद कभी क्रिकेटर बनने की नहीं सोचते। कबीर खान निर्देशित फिल्म 83 रिलीज होगी और हर किसी को मौका मिलेगा कि वो उसे पल को दोबारा पर्दे पर देखें। भारतीय टीम ने मजबूत वेस्टइंडीज को मात देकर खिताब अपने नाम किया था।
कपिल देव की भूमिका रणवीर सिंह ने निभाई है। इस फिल्म में 25 जून को लॉर्ड्स में खेले गए ऐतिहासिक फाइनल मैच तक की कहानी दिखाई गई है, जहां भारत दो बार की चैंपियन वेस्टइंडीज को 43 रन से हराकर खिताब जीतता है।
1983 विश्व कप के हीरोज में से एक बलविंदर सिंह संधू ने इस प्रोजेक्ट में बड़ा योगदान दिया है। पूर्व स्विंग गेंदबाज ने फाइनल में गॉर्डन ग्रीनिज को आउट किया था। संधू ने फिल्म में सहायक निर्देशक की भूमिका निभाई। उन्होंने न सिर्फ क्रिकेट ट्रेनिंग दी बल्कि पूरी कास्ट को हर मिनट की डिटेल भी समझाई।
संधू से जब फिल्म की प्रक्रिया के बारे में पूछा गया तो पूर्व क्रिकेटर ने कहा, 'कपड़ो में कितनी मिट्टी होनी चाहिए। ये भी मैंने डिसाइड किया था। मुझे बहुत क्रिएटिव सेटिसफेक्शन मिला।'
संधू ने बताया कि लड़कों ने खूब मेहनत की और इस फिल्म को बनाने के लिए अपना पूरा जोर लगाया। संधू ने बताया कि रणवीर सिंह में नेचुरली ही कपिल देव का नटराज शॉट खेलने की कला थी।