Karsan Ghavri expresses concern regarding Indian Team pace bowling: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेली जाने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारत के स्क्वाड का ऐलान हो गया है। टीम इंडिया की गेंदबाजी को लेकर पूर्व भारतीय खिलाड़ी कार्सन घावरी ने चिंता जाहिर की है। घावरी का मानना है कि भारत का तेज गेंदबाजी आक्रमण काफी नया है और अनुभवहीन गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलिया में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, वहीं केवल जसप्रीत बुमराह पर निर्भर रहना ठीक नहीं है।
भारत को ऑस्ट्रेलिया में 22 नवंबर से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के अंतर्गत पांच टेस्ट मैच खेलने हैं। इस सीरीज के लिए जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज की तिकड़ी पर तेज गेंदबाजी आक्रमण की जिम्मेदारी होने वाली थी लेकिन शमी अभी तक अपनी चोट से रिकवर नहीं कर पाए हैं, इसी वजह से वह स्क्वाड का हिस्सा भी नहीं हैं। ऐसे में बुमराह के साथ सिराज दूसरे तेज गेंदबाज के रूप में नजर आएंगे, जबकि तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में आकाशदीप की दावेदारी मजबूत दिख रही है।
तेज गेंदबाजों में अनुभव की कमी को लेकर चिंतित हुए कार्सन घावरी
टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ इंटरव्यू में, कार्सन घावरी ने टीम इंडिया के तेज गेंदबाजी आक्रमण में अनुभव की कमी पर चिंता व्यक्त की और कहा कि नए खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया में कठिन समय हो सकता है। उन्होंने कहा:
"नए गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया में संघर्ष करेंगे। उनके लिए इन हालात में गेंदबाजी करना काफी मुश्किल होगा। शमी की मौजूदगी बुमराह के लिए बड़ा सहारा होती। दुर्भाग्य से, वह वहां नहीं है। भारत सिर्फ बुमराह पर निर्भर नहीं रह सकता। मोहम्मद सिराज टीम में है और उनके पास अनुभव है लेकिन दो नये तेज गेंदबाजों को उतारना आदर्श स्थिति नहीं है।"
घावरी ने आगे कहा कि बुमराह पर काफी दबाव होगा और सिराज से उन्हें अच्छे समर्थन की जरूरत होगी। पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा:
"हां, बुमराह पर काफी दबाव होगा। सिराज पर भी दबाव होगा। बुमराह और सिराज को नई गेंद से काफी बोझ उठाना होगा। आप तीसरे तेज गेंदबाज से अनुभवी गेंदबाजों की तरह प्रदर्शन की उम्मीद नहीं कर सकते। अगर वे तीन तेज गेंदबाजों के साथ खेलते हैं तो आप सुनिश्चित नहीं हो सकते कि तीसरा गेंदबाज कैसा रहेगा इसलिए बुमराह और सिराज को निश्चित तौर पर काफी काम करना होगा।"