South Africa v England - 2nd Test: Day 1इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन (Kevin Pietersen) ने एक चौंकाने वाली भविष्यवाणी की है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट के फ्यूचर को लेकर अपनी प्रेडिक्शन दी है। पीटरसन ने कहा है कि 2026 तक केवल 5 टीमें ही टेस्ट क्रिकेट खेलेंगी। हैरान करने वाली बात ये है कि उन्होंने इन 5 टीमों में न्यूजीलैंड को शामिल नहीं किया है।केविन पीटरसन ने टेस्ट फॉर्मेट को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है। उनके मुताबिक 2026 तक केवल कुछ ही ऐसे देश बचेंगे जो टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे। उन्होंने ट्वीट कर इसको लेकर प्रतिक्रिया दी।केविन पीटरसन ने उन 5 टीमों के नाम बताएअपने ट्वीट में केविन पीटरसन ने लिखा "ये ट्वीट करते हुए काफी दुख हो रहा है लेकिन मेरे हिसाब से धीरे-धीरे ऐसा हो रहा है। 2026 में केवल कुछ ही टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले देश रह जाएंगे। इंग्लैंड, इंडिया, ऑस्ट्रेलिया और शायद साउथ अफ्रीका और पाकिस्तान ही खेलें।"This is painful to tweet but I think this is slowly happening…In 2026 there will only be a few Test Match cricketing nations. ENGLAND INDIAAUSTRALIA Possibly SOUTH AFRICA & PAKISTAN. 👀— Kevin Pietersen🦏 (@KP24) September 4, 2021पीटरसन ने वेस्टइंडीज, श्रीलंका और बांग्लादेश पर भरोसा नहीं जताया है। वहीं उनकी इस लिस्ट में न्यूजीलैंड का नाम नहीं होने को लेकर फैंस ने सवाल उठाए हैं। फैंस का कहना है कि न्यूजीलैंड ने हाल ही में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का टाइटल जीता है और इसीलिए उनका नाम भी इस लिस्ट में होना चाहिए।वहीं पीटरसन ने अपने अगले ट्वीट में बताया कि उन्होंने न्यूजीलैंड को क्यों इस टीम में नहीं रखा। उन्होंने कहा कि मैं न्यूजीलैंड की खिलाफत नहीं कर रहा हूं लेकिन जो देख रहा हूं वो बोल रहा हूं। कोई भी बच्चा टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहता है।Yep! Won’t be around in 2026! No kids want to play Tests! It’s history will help it’s survival with the bigger boards. Nothing against NZ at all. I’m just saying what I’m starting to see.— Kevin Pietersen🦏 (@KP24) September 4, 2021आपको बता दें कि समय-समय पर टेस्ट क्रिकेट के फ्यूचर को लेकर सवाल उठाए जाते रहे हैं। टेस्ट क्रिकेट को और अधिक दिलचस्प बनाने के लिए आईसीसी ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरूआत की। हालांकि अगर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में देखें तो वहां पर टेस्ट क्रिकेट की लोकप्रियता काफी ज्यादा है। इंग्लैंड में काफी सारे फैंस टेस्ट मैचों को देखने आते हैं और स्टेडियम हमेशा भरा रहता है।