3 Reasons why Kuldeep Yadav Should Play Manchester Test: इंग्लैंड और भारत के बीच जारी 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जाना है, जिसका आगाज 23 जुलाई से होगा। सीरीज में इंग्लैंड की टीम 2-1 से आगे है। ऐसे में टीम इंडिया के लिए ये करो या मरो वाला मैच होगा। एक और हार भारत का इंग्लैंड में 18 साल से टेस्ट सीरीज ना जीत पाने का सपना तोड़ देगी। इस सीरीज में अभी तक कुलदीप यादव को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला है। पहले तीनों मुकाबलों में वो बेंच पर बैठे दिखे हैं। हालांकि, चौथे टेस्ट में उन्हें प्लेइंग 11 में शामिल करने की उम्मीद जताई जा रही है। कई पूर्व खिलाड़ी और एक्सपर्ट्स भी इस बात के लिए सहमति जता चुके हैं। इस आर्टिकल में हम उन 3 कारणों का जिक्र करेंगे कि क्यों कुलदीप यादव को मैनचेस्टर टेस्ट में खेलना चाहिए। 3. स्पेशलिस्ट स्पिनर के होने से भारत को मिलेगा फायदा कुलदीप यादव पिछले काफी समय से स्पेशलिस्ट स्पिनर के तौर पर भारतीय टीम का अहम हिस्सा बने हुए हैं। कई मौकों पर उन्हें अपनी जादुई स्पिन गेंदबाजी से बड़े-बड़े बल्लेबाजों को ढेर किया है। इस सीरीज में अभी तक भारत ने एक बार भी स्पेशलिस्ट स्पिनर को प्लेइंग-11 में शामिल करने का नहीं सोचा। लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड की दूसरी पारी के दौरान वाशिंगटन सुंदर ने अंग्रेजों को अपनी फिरकी के जाल में खूब फंसाया था। अगर सुंदर की गेंदों को खेलने में इंग्लिश बल्लेबाज इस तरह से परेशान हो सकते हैं, तो सोचिए कुलदीप जैसे अनुभवी स्पिनर का सामना करने में उनका क्या हाल होगा। 2. बल्लेबाजों द्वारा अटैक करने पर कुलदीप यादव हो जाते हैं खतरनाक कुलदीप यादव उस स्थिति में और भी ज्यादा खतरनाक गेंदबाजी करते हैं, जब कोई प्लेयर उन्हें अटैक करने का मन बनाता है। कुलदीप खुद चाहते हैं कि बल्लेबाज उन्हें अटैक करें, ताकि वो उनसे कोई गलती करवाकर उनका विकेट हासिल कर सकें। इंग्लिश टीम बेजबॉल नीति से खेलना पसंद करती है, ऐसे में कुलदीप टीम इंडिया के लिए एक्स फैक्टर साबित हो सकते हैं। 1. इंग्लैंड ने सीरीज में कुलदीप यादव का नहीं खेला कुलदीप यादव को मौका देने की एक बड़ी वजह ये भी है कि इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने उन्हें अभी तक सीरीज में एक बार भी नहीं खेला है। सीरीज के इस अहम मोड़ पर अगर कुलदीप को मौका मिलता है, तो वो टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पास उनके खिलाफ कोई रणनीति नहीं होगी। ऐसे में गेंद के पुरानी होने के बावजूद खतरनाक गेंदबाजी से इंग्लिश बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखा सकते हैं।