पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन रमीज राजा ने बताया है कि स्पॉन्सरशिप के कारण लाहौर स्थित गद्दाफी स्टेडियम का नाम बदला जाएगा। उन्होंने यह साफ किया है कि स्टेडियम का नाम बदले जाने के पीछे केवल व्यावसायिक कारण हैं और इसमें किसी तरह का राजनीतिक एजेंडा नहीं हैं। उन्होंने यह भी बताया है कि लाहौर के अलावा कराची के स्टेडियम का भी नाम बदला जाएगा।
राजा के मुताबिक बोर्ड कई स्पॉन्सर के साथ बातचीत कर रही है और जो स्पॉन्सर बोर्ड के साथ डील फाइनल करेगा उसके पास स्टेडियमों का नाम बदलने का अधिकार होगा। राजा ने कहा,
केवल गद्दाफी ही नहीं बल्कि कराची का स्टेडियम और अन्य कई स्टेडियमों के नाम भी बदले जाएंगे। हम लंबे समय से इस विषय पर काम कर रहे थे और हमारे स्पॉन्सर द्वारा मिले जवाब संतोषजनक हैं। जैसे ही हम लाहौर के लिए डील फाइनल कर लेंगे वैसे ही गद्दाफी नाम पूरी तरह से चला जाएगा और स्पॉन्सर का नाम इसकी जगह ले लेगा।
PSL को लेकर भी बड़ा बदलाव करना चाहते हैं राजा
पाकिस्तान सुपर लीग में ड्रॉफ्ट का इस्तेमाल किया जाता है और इसके हिसाब से ही खिलाड़ी खरीदे जाते हैं। दूसरी ओर दुनिया की सबसे मशहूर टी20 लीग इंडियन प्रीमियर लीग में खिलाड़ियों की नीलामी होती है। नीलामी में खिलाड़ियों को अधिक पैसे मिलते हैं और अब पाकिस्तान भी नीलामी को अपनाने पर विचार कर रहा है।
बोर्ड के चेरयमैन राजा ने कहा है कि वह PSL में ड्रॉफ्ट की जगह नीलामी का आयोजन करवाना चाहते हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया है कि किसी भी तरह का निर्णय लेने से पहले वह सभी फ्रेंचाइजियों से बात करेंगे। ड्रॉफ्ट और नीलामी पर बात करते हुए राजा ने यह भी कहा था कि यदि PSL में नीलामी शुरु हो गई तो वह देखेंगे कि फिर इसके बाद कौन IPL खेलने जाता है।