लंका प्रीमियर लीग (LPL) के 2021 सीज़न को स्थगित कर दिया गया है, श्रीलंका क्रिकेट से एक औपचारिक घोषणा जल्द ही होने की उम्मीद है। 30 जुलाई से 22 अगस्त तक हंबनटोटा के महिंदा राजपक्षे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले टी20 टूर्नामेंट का दूसरा संस्करण अब नवंबर-दिसंबर में आयोजित किया जा सकता है। हालांकि इससे पहले आयोजकों को कई बाधाओं को पार करना होगा।
स्थगन का तात्कालिक कारण विदेशी खिलाड़ियों की अनुपस्थिति है लेकिन श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) और दुबई स्थित इनोवेटिव प्रोडक्शन ग्रुप एफजेडई (आईपीजी) के संयुक्त उद्यम, एलपीएल के अधिकार धारक हैं। एक अधिकारी ने कहा कि यह (स्थगन) केवल विदेशी खिलाड़ियों की भागीदारी के बारे में नहीं है। श्रीलंकाई खिलाड़ियों पर भी अनिश्चितता का माहौल है। इसलिए हमने सोचा है कि इस स्तर पर स्थगन सबसे अच्छा समाधान था।
रिपोर्टों के अनुसार यह निर्णय लंका के खेल मंत्री नमल राजपक्षे के परामर्श से लिया गया था, जिनके समर्थन पर, एलपीएल को पिछले साल लॉन्च किया जा सकता था। सबसे बड़ा मुद्दा श्रीलंका क्रिकेट और श्रीलंकाई खिलाड़ियों के बीच गतिरोध है। केंद्रीय अनुबंधों को लेकर बोर्ड के साथ टकराव में रहने वाले खिलाड़ियों ने 13 जुलाई से कोलंबो में शुरू होने वाली भारत श्रृंखला के लिए अपना विरोध प्रदर्शन अलग रखने पर सहमति जताई है। श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने भारत के खिलाफ सीरीज के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किये हैं। वार्षिक अनुबंध नहीं करते हुए अब सीरीज के अनुसार कॉन्ट्रेक्ट बनाया गया है।
कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि कश्मीर प्रीमियर लीग का कार्यक्रम अचानक घोषित करने की वजह से लंका प्रीमियर लीग को स्थगित किया गया है। हालांकि इस तर्क के पीछे कोई ठोस प्रतिक्रया या बयान नहीं है। खिलाड़ियों का बोर्ड के साथ चल रहे गतिरोध की वजह से ही शायद टूर्नामेंट को आगे आयोजित कराने का निर्णय लिया गया है। आगामी समय में स्थिति साफ़ हो जाएगी।