रॉस टेलर (82 रन) के नेतृत्व में अपने बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर इंडिया कैपिटल्स ने जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में बुधवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में भीलवाड़ा किंग्स को 104 रनों से हराकर लीजेंड्स लीग क्रिकेट के दूसरे संस्करण का खिताब जीत लिया। भारत में पहली बार हो रही इस लीग की विजेता टीम को पुरस्कार के तौर पर 2 करोड़ रुपये जबकि उपविजेता को 1.5 करोड़ रुपये मिले।
टेलर और मिचेल जॉनसन (62 रन) के बीच की शतकीय साझेदारी और एश्ले नर्स (नाबाद 42) की तेज पारी की बदौलत इंडिया कैपिटल्स ने मुश्किल हालात से निकलते हुए सात विकेट पर 211 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। इस लक्ष्य का पीछा करते हुए किंग्स कभी भी सहज नहीं दिखे और लगातार अंतराल पर विकेट गंवाते रहे। अंततः किंग्स की पारी 18.2 ओवरों में 107 रनों पर सिमट गई।
इससे पहले, इंडिया कैपिटल्स ने टॉस हारने क बाद पहले बैटिंग करते हुए एक समय 21 रन पर ही चार विकेट गंवा दिए थे। राहुल शर्मा (4/30) और मोंटी पनेसर (2/13) की कसी हुई गेंदबाजी ने कप्तान गौतम गंभीर (8), ड्वेन स्मिथ (3), हैमिल्टन मसाकाद्जा (1) और दिनेश रामदीन (0) को सस्ते में आउट होने पर मजबूर किया था लेकिन इसके बाद टेलर, जॉनसन और नर्स ने टीम को बड़ा स्कोर दिया।
किंग्स के खिलाफ यह टेलर का लगातार दूसरा अर्धशतक है। इससे पहले 2 अक्टूबर को जोधपुर में भी टेलर ने इसी टीम के खिलाफ 84 रनों की नायाब पारी खेली थी। यह इस लीग में टेलर का तीसरा अर्धशतक है। इसी बीच, जॉनसन ने भी इस लीग में अपना पहला अर्धशतक पूरा किया।
जॉनसन हालांकि 35 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्के लगाने के बाद आउट हो गए। टेलर और जॉनसन ने पांचवें विकेट के लिए 126 रनों की साझेदारी की। अब टेलर का साथ देने नर्स आए, जिन्होंने किंग्स के खिलाफ पिछले मैच में 60 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
इसी बीच, कप्तान इरफान पठान फिर से राहुल को अटैक पर लेकर आए और राहुल ने टेलर का विकेट चटका दिया। टेलर ने 41 गेंदों का सामना कर चार चौके और 8 छक्के लगाए। राहुल यही नहीं रुके और अपने चौथे ओवर में लियाम प्लंकेट (0) को भी चलता कर चौथी सफलता हासिल की। रुके तो नर्स भी नहीं। महज 16 गेंदों पर छह चौकों और एक छक्के की मदद से उन्होंने कैपिटल्स को 200 के पार पहुंचा दिया।
मुश्किल लक्ष्य का पीछा करने उतरी किंग्स ने 44 रनों के कुल योग तक मोर्ने वान विक (5), विलियम पोर्टरफील्ड (12 ) और यूसुफ पठान (6) के विकेट गंवा दिए। पवन सुयाल ने पोर्टरफील्ड और यूसुफ को चलता किया जबकि जॉनसन ने विक का विकेट लिया।
हालाँकि शेन वॉटसन (27 रन, 19 गेंद, 3 चौके, 1 छक्का) और जेसल कारिया (22 रन, 17 गेंद, 3 चौके, 1 छक्का) के साथ विकेट पर थे। रन बन रहे थे लेकिन आस्किंग रन रेट ऊपर होता जा रहा था। अंतिम 10 ओवरों में किंग्स को 138 रन बनाने थे। वॉटसन के रहते यह संभव हो सकता था लेकिन इसके लिए एक-दो बड़े ओवर निकालने की जरूरत थी लेकिन किंग्स ने 76 के कुल योग पर कारिया का विकेट गंवा दिया।
अब वॉटसन का साथ देने कप्तान इरफान (2) आए लेकिन वॉटसन पारी को उनके भरोसे छोड़ 79 के कुल योग पर रन आउट हो गए। इरफान भी यह दबाव नहीं झेल पाए और 81 के कुल योग पर आउट हो गए। कप्तान के आउट होते ही किंग्स की पारी 107 रनों पर सिमट गई। कैपिटल्स के लिए पवन सुयाल, प्रवीण तांबे और पंकज सिंह ने दो-दो विकेट लिए जबकि जॉनसन और प्लंकेट को एक-एक सफलता मिली।