भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के बीच विवाद की ख़बरें आ रही हैं और इस मामले में कई दिग्गजों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। इसी कड़ी में पूर्व भारतीय खिलाड़ी मदन लाल ने भी प्रतिक्रिया दी है। मदन लाल के मुताबिक विराट कोहली और गांगुली के बीच अनबन कोई विवाद नहीं, बल्कि विचारों का मामला है।
विराट कोहली को वनडे कप्तान के रूप में हटा दिया गया था, जिस पर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने एएनआई को बताया था कि उन्होंने वास्तव में विराट से लीडरशिप को लेकर बात की थी, साथ ही उन्होंने विराट से टी20 की कप्तानी नहीं छोड़ने का अनुरोध किया था। हालाँकि, कोहली ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उस दौरान उन्होंने गांगुली के बयान का खंडन किया तथा ऐसे किसी भी अनुरोध से इंकार किया। साथ ही इस मामले में बेहतर कम्युनिकेशन की बात कही।
एएनआई से बात करते हुए मदन लाल ने कहा,
मुझे लगता है कि इस स्थिति को बेहतर तरीके से संभाला जाना चाहिए था क्योंकि यह कोई विवाद नहीं बल्कि विचार का विषय है। मुझे नहीं पता कि सौरव ने विराट से क्या कहा था इसलिए मैं उस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। लेकिन मुझे लगता है कि कि अध्यक्ष होने के नाते सौरव को बाहर आकर स्पष्टीकरण देना चाहिए और यह पूरे मुद्दे का अंत होगा। हमें अभी दक्षिण अफ्रीका दौरे पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है क्योंकि यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण गेम है।
मदन लाल ने सुनील गावस्कर की बात से जताई सहमति
हाल ही में सुनील गावस्कर ने कहा था कि विराट कोहली को इस मुद्दे को मैनेजमेंट के साथ सुलझाना लेना चाहिए। गावस्कर की इस बार से मदन लाल ने भी सहमति जताई। उन्होंने कहा,
गावस्कर ने सही बात कही। विराट को मैनेजमेंट से अपने सभी मुद्दों को साफ करना चाहिए। यह कोई बड़ी बात नहीं है। मैं कहूंगा कि चयनकर्ताओं को स्थिति को बेहतर तरीके से संभालना चाहिए था। इन विवादों को देखना और रोकना चयनकर्ताओं की ड्यूटी है। मुझे नहीं पता कि चयनकर्ताओं ने फैसला लेने से पहले विराट से बात की या नहीं।