पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनिंदर सिंह (Maninder Singh) चाहते हैं कि हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को सफ़ेद गेंद के फॉर्मेट में भारत का कप्तान बनाया किया जाए। रिपोर्ट्स की माने तो टी20 फॉर्मेट में रोहित शर्मा की जगह हार्दिक को कप्तान बनाया जा सकता है। हालांकि वनडे फॉर्मेट की बात करें तो ऐसी उम्मीद की जा रही है कि कम से कम अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप तक कप्तानी में कोई बदलाव नहीं होगा।
सोनी स्पोर्ट्स पर एक चर्चा के दौरान मनिंदर ने अपनी इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में भारत की कप्तानी हार्दिक पांड्या को देनी चाहिए। उन्होंने अपने बयान में कहा,
मुझे ऐसा लगता है कि उन्हें (हार्दिक) को सफ़ेद गेंद क्रिकेट में भारत की कप्तानी देनी चाहिए क्योंकि जब से उन्होंने अपनी आईपीएल टीम गुजरात टाइटंस को टाइटल जिताया है तब से हमने उनमें एक अलग तरह का बदलाव देखा है। असल में यह बदलाव तभी से दिखने लगा था जब वो पिछले आईपीएल के पहले मैच में खेलने के लिए मैदान पर उतरे थे।
भारत के इस पूर्व स्पिनर को लगता है कि जब से हार्दिक को गुजरात टाइटंस की कप्तानी मिली है, तब से उन्हें खुद भी अपनी खास क्षमताओं का पता चला है। मनिंदर ने कहा,
शायद हार्दिक पांड्या को अब पता चला है कि उनमें कितना ज्यादा टैलेंट है, लेकिन वो उसे खराब कर रहे हैं। लेकिन जब उन्हें कप्तान बनाया गया, तब उन्हें इस चीज का अहसास हुआ कि शायद उन्हें अपने फ्रेंचाइजी के लिए कुछ ऐसा करना चाहिए कि वो उन्हें कप्तान बनाने पर गर्व करें।
आईपीएल 2022 के बाद हार्दिक में आया बड़ा बदलाव
हार्दिक ने आईपीएल 2022 में अपने ठंडे दिमाग की कप्तानी करके ज्यादातर क्रिकेट एक्सपर्ट को चौंका दिया था। वहीं, उनकी टीम के हेड कोच भी ठंडे दिमाग वाले आशीष नेहरा थे, जिससे हार्दिक को काफी मदद मिली थी।
मनिंदर ने आगे कहा कि अगर हार्दिक वनडे फॉर्मेट में कुछ ओवर्स बढ़िया गेंदबाजी कर देते हैं तो वो भारतीय टीम के लिए बड़ा अहम किरदार निभाएंगे। उन्होंने कहा,
टी-20 क्रिकेट में जो बदलाव उन्होंने दिखाया है कि, मुझे ऐसा लगता है कि अगर वनडे फॉर्मेट में वो 10 ओवर या 7-8 ओवर्स भी कर देते हैं तो वो भारतीय टीम के लिए एक बड़े एक्स-फैक्टर साबित हो सकते हैं क्योंकि उनकी बैटिंग तो लाजवाब होती ही है।
हार्दिक की फिटनेस के बारे में बात करते हुए मनिंदर ने कहा,
आपको (टीम मैनेजमेंट) को उनसे लगातार बात करनी चाहिए कि वो अपना फिटनेस लेवल काफी हाई रखें ताकि जिस बैक इंजरी से वह गुजरे हैं, वो दोबारा वापस ना आए और वो भारतीय टीम की सेवा कर सकें क्योंकि टीम को भी ऐसे खिलाड़ी की जरूरत है। वो जब भी गेंदबाजी या बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतरते हैं तो उनकी बॉडी लैंग्वेज से ही लगता है कि वो कुछ अलग करने जा रहे हैं।