ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ब्रैड हॉग का मानना है कि हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) और मनीष पांडे (Manish Pandey) श्रीलंका दौरे पर चयनकर्ताओं की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए हैं। ब्रैड हॉग के मुताबिक ये दोनों ही खिलाड़ी खुद को मिले मौकों का फायदा नहीं उठा पाए।
मनीष पांडे को वनडे सीरीज के तीनों ही मैचों में खेलने का मौका मिला लेकिन वो इस दौरान एक भी बड़ी पारी नहीं खेल पाए। उन्हें हर मैच में शुरूआत भी मिली लेकिन उसे वो बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाए।
अपने यू-ट्यूब चैनल पर ब्रैड हॉग ने कहा "आपके पास मनीष पांडे मिडिल ऑर्डर में थे। ये उनके लिए काफी बड़ा मौका था कि अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों पर दबाव बनाते लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाए।"
ब्रैड हॉग ने ऑलराउंडर के तौर पर हार्दिक पांड्या पर उठाए सवाल
हार्दिक पांड्या की अगर बात करें तो वो ना गेंदबाजी और ना ही बल्लेबाजी में अपनी छाप छोड़ पाए। ब्रैड हॉग के मुताबिक हार्दिक पांड्या ने भी एक बड़ा मौका गंवा दिया।
उन्होंने आगे कहा "आपके पास हार्दिक पांड्या थे जिन्हें 7वें से छठे नंबर तक बल्लेबाजी करने की छूट दी गई थी। हालांकि वो अपनी जिम्मेदारी को सही तरह से नहीं निभा पाए। अब भारतीय टीम ये सोचेगी कि क्या हार्दिक पांड्या वास्तव में छठे नंबर पर टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं। अभी तक तो ऐसा नहीं लगता है। मनीष पांडे और हार्दिक पांड्या दोनों ही चयनकर्ताओं की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए।"
टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए हार्दिक पांड्या का फॉर्म में होना भारतीय टीम के लिए काफी जरूरी है। वो एक ऐसे प्लेयर हैं जो टीम को बैलेंस प्रदान करते हैं। अगर पांड्या अच्छी फॉर्म में हों तो जरूरत पड़ने पर एक दो ओवर गेंदबाजी कर सकते हैं। इसके अलावा अपनी बैटिंग से भी वो मैच जिताने में सक्षम हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में कई बार पांड्या ने धुआंधार बल्लेबाजी की है।
हालांकि अभी जिस तरह के फॉर्म में वो हैं उससे भारतीय टीम मैनेजमेंट जरूर चिंतित होगा। पांड्या खुद चाहेंगे कि बचे हुए दो मुकाबलों में वो बेहतर प्रदर्शन करें।