अंडर 19 विश्वकप 2018 के फाइनल में शतक जड़कर भारत को जीत दिलाने वाले मनजोत कालरा को उम्र में गड़बड़ करने के चलते एक साल के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने से बैन किया गया है। दिल्ली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के निवर्तमान लोकपाल दुरेज अहमद ने कालरा को एक साल के लिए निलंबित करने की सजा सुनाई है।
एक ऐसे ही मामले में नितीश राणा को छोड़ दिया गया है लेकिन उनसे और ज्यादा दस्तावेजों की मांग की गई है। इसके अलावा शिवम मावी का मामला बीसीसीआई को सौंप दिया गया है। मावी रणजी ट्रॉफी उत्तर प्रदेश की तरफ से खेलते हैं। दुरेज अहमद ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन ये फैसले सुनाए।
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कालरा को क्लब मैचों में खेलने से भी रोक दिया गया है। अब उनके माता-पिता के पास नए लोकपाल के समक्ष इस फैसले में बदलाव के लिए अपील करने का अधिकार होगा। तब तक दिल्ली की रणजी ट्रॉफी टीम में उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा। डीडीसीए सेक्रेटरी विनोद तिहारा ने पीटीआई से बातचीत करते हुए इस बारे में बताया।
डीडीसीए सेक्रेटरी ने आश्चर्य जताया कि इस प्रकार के मामले में नितीश राणा को कोई सजा नहीं दी गई। हालांकि उनके जन्म प्रमाण पत्र सहित स्कूल के कागजात भी उनसे मांगे गए हैं।