साउथ अफ्रीका के पूर्व दिग्गज अंपायर मरायस इरास्मस (Marais Erasmus) ने दो पूर्व दिग्गज कप्तानों पर बड़ा आरोप लगाया है। मरायस इरास्मस ने बताया कि उन्हें अपने करियर के दौरान रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) और महेला जयवर्द्धने के खिलाफ अंपायरिंग करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इरास्मस के मुताबिक ये दोनों ही खिलाड़ी अंपायर को उकसाने की कोशिश करते थे।
मरायस इरास्मस ने हाल ही में अंपायरिंग से संन्यास लिया है। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के दौरान उन्होंने आखिरी बार अंपायरिंग की थी और इसके बाद संन्यास ले लिया।
इरासमस आईसीसी के सबसे सफल अंपायरों में से एक रहे हैं। उन्हें साल 2016, 2017 और 2021 में आईसीसी अंपायर ऑफ द ईयर के खिताब से नवाजा गया था। इरासमस के करियर को देखें, तो उन्होंने 127 टेस्ट, 192 वनडे और 61 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले में अंपायरिंग की। इस दौरान टेस्ट में वह 80 मैचों में मैदानी अंपायर और 45 मैचों में टीवी अंपायर की भूमिका में रहे। वनडे में वह 124 मैचों में मैदानी अंपायर और 68 में टीवी अंपायर, जबकि टी20 इंटरनेशनल में 43 मैचों में मैदानी अंपायर और 18 मैचों में टीवी अंपायर की भूमिका निभा चुके हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाड़ी अंपायर का काफी सम्मान करते थे - इरास्मस
टेलीग्राफ क्रिकेट के साथ इंटरव्यू में अपने अंपायरिंग करियर को लेकर मरायस इरास्मस ने बड़ा खुलासा किया। उन्होंने न्यूजीलैंड टीम को अंपायर का फैसला मानने में सबसे अच्छा बताया। इरास्मस ने कहा,
अंपायरिंग काफी चुनौतीपूर्ण काम है लेकिन इसका ईनाम भी आपको मिलता है। न्यूजीलैंड की टीम हमेशा अंपायर के फैसले का काफी सम्मान करती थी। जबकि रिकी पोंटिंग और महेला जयवर्द्धने हमें उकसाने की कोशिश करते थे। कई बार आपको ये लगता था कि आखिर मैं ये सब क्यों कर रहा हूं लेकिन इसके कई सारे फायदे भी थे। मैंने कभी इसे काम के तौर पर नहीं लिया।