सीमित ओवरों के खेल ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) को टेस्ट क्रिकेट में खुद को साबित करने के लिए ज्यादा मौके नहीं मिले हैं। वहीं पिछले कुछ सालों में इस खिलाड़ी को एक भी टेस्ट में खेलने का मौका नहीं मिला है। मैक्सवेल जैसे खिलाड़ी को कम मौके मिलने पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज डेविड हसी ने भी हैरानी जाहिर की है। डेविड हसी एशियाई उपमहाद्वीप में ग्लेन मैक्सवेल को दिए गए सीमित मौकों से हैरान हैं, जबकि यह ऑलराउंडर सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में एक जबरदस्त परफ़ॉर्मर है।
2013 में टेस्ट डेब्यू करने वाले मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए अब तक 7 टेस्ट मैचों में 339 रन जोड़े हैं। इस प्रारूप में उनके नाम एक शतक भी है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में मैक्सवेल के आंकड़े काफी शानदार हैं और उन्होंने 67 मैचों में 39.81 की औसत से 4061 रन बनाये हैं। इसके अलावा 7 शतक भी उनके नाम हैं।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया चयन पैनल ने उनकी आक्रामक बल्लेबाजी को उन्हें टेस्ट में ना चुनने का कारण बताया था। लेकिन 2022 में व्यस्त उपमहाद्वीप कार्यक्रम के साथ, जहां ऑस्ट्रेलिया पाकिस्तान, श्रीलंका और भारत का दौरा करेगा, इसे देखते हुए मेलबर्न स्टार्स के कोच डेविड हसी ने मैक्सवेल को अधिक मौके देने की बात कही है।
यहां तक कि मैक्सवेल ने भी भी फिर से टेस्ट क्रिकेट में खेलने की इच्छा जाहिर की थी। उन्होंने हाल ही में कहा कि मुझे लगता है कि यह निश्चित रूप से वास्तविक है (फिर से टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूं)। मैं वैसा खेल रहा हूँ जैसे यह पल हमेशा मेरे पास था।
उपमहाद्वीप के दौरों में मैक्सवैल को जरूर मौका मिलना चाहिए - हसी
हसी ने स्पोर्ट्स डे से बात करते हुए कहा,
मैं इस बात से हैरान हूं कि उसने (मैक्सवेल) कितना कम टेस्ट क्रिकेट खेला है, खासकर उपमहाद्वीप में। यकीनन, और मैं यहाँ थोड़ा पक्षपाती हूँ, मुझे लगता है कि वह देश में स्पिन के बेहतर खिलाड़ियों में से एक है।
मुझे पता है कि आने वाली सर्दियों में हमारे पास बहुत सारे उपमहाद्वीप के दौरे हैं, इसलिए मेरा मानना है कि उसे उन सभी टूरिंग स्क्वॉड में होना चाहिए। मुझे लगता है कि उसे ऑस्ट्रेलिया के लिए अपने (कई) टेस्ट में जोड़ना चाहिए, मुझे लगता है कि वह करियर की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में है और उसे फिर से टेस्ट क्रिकेट खेलने से रोकना गलत कदम होगा।