इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी माइकल एथर्टन ने एशेज के बाद मौजूदा टेस्ट कप्तान जो रुट (Joe Root) के भविष्य को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। एथर्टन का मानना है कि एशेज के बाद शायद ही जो रुट इंग्लैंड की कप्तानी करना चाहेंगे। इसके अलावा एथर्टन ने यह भी देखा कि जो रूट के पद छोड़ने या कप्तान के रूप में हटाए जानें के बाद इंग्लैंड के पास कप्तानी के विकल्पों की कमी है।
मेलबर्न में तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में महज 68 रन पर ढेर हो गयी तथा पारी और 14 रन से मैच हार गयी। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने एशेज में 3-0 की अजेय बढ़त बना ली। इंग्लैंड ने दिन की शुरुआत 31-4 से की थी और इंग्लिश समर्थकों को रुट और बेन स्टोक्स से करिश्माई प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन स्कॉट बोलैंड के घातक स्पेल ने उनकी उम्मीदों को तोड़ दिया। बोलैंड ने महज चार ओवर में 7 रन खर्च करते हुए 6 विकेट लिए।
द टाइम्स के लिए अपने कॉलम में लिखते हुए, माइकल एथर्टन ने कहा कि वह एशेज के बाद इंग्लैंड की टेस्ट टीम की कप्तानी करने के लिए रूट को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। एथर्टन ने कप्तान के रूप में एशेज सीरीज जीतने में असफल होने पर रुट के बारे में लिखा,
यह देखना मुश्किल है कि रूट इस सीरीज के बाद आगे कप्तानी करते रहना चाहेंगे। वह एशेज में लगातार तीन टेस्ट हार चुके हैं और ऑस्ट्रेलिया में आठ में से सात टेस्ट हार चुके हैं। कोई दूसरा इंग्लैंड का कप्तान इतने मैच नहीं हारा है। चार साल पहले के खराब दौरे के बाद यह एक और खराब दौरा रहा जहां टीम ने बेहद ख़राब प्रदर्शन किया।
एक समय ऐसा आता है जहां एक कप्तान को लगता है कि वो एक कप्तान के रूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है और ऐसे में कप्तानी छोड़ना ही सही बदलाव रहता है और शायद रुट उस मुकाम पर पहुंच गए हैं।
एशेज सीरीज में कप्तान के रूप में 2019 रुट के लिए अच्छा गया था, जहां उन्होंने सीरीज में 2-2 से बराबरी पर खत्म की। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज को 2017-18 में 4-0 से हार का सामना करना पड़ा और इस बार व्हाइटवॉश से गुजरना पड़ सकता है। खराब प्रदर्शन के बावजूद रूट ने अपनी कप्तानी के भविष्य के बारे में फैसला करने के लिए समय मांगा है।
क्या इंग्लैंड कप्तानी का बोझ स्टोक्स पर डालना चाहेगा, ये अभी पक्का नहीं है- माइकल एथर्टन
एथर्टन का मानना है कि बेन स्टोक्स एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जो कप्तान के रूप में रूट की जगह ले सकते हैं। उन्होंने आगे कहा,
इंग्लैंड स्टोक्स जैसे प्रमुख ऑलरांडर पर अतिरिक्त जिम्मेदारी का बोझ डालना चाहेगा या नहीं, इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन भी संन्यास लेने के अंतिम पड़ाव पर है और कोई भी टीम में अपनी जगह के बारे में सुनिश्चित नहीं है।
सिडनी और होबार्ट में बचे दो टेस्ट इंग्लैंड हर हाल में जीतना चाहेगा, जिससे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पॉइंट्स हासिल कर सके। हालांकि ऑस्ट्रेलिया उन्हें ये मौका देने नहीं चाहेगा। वहीं ऑस्ट्रेलिया की नजरें पूरी तरह से क्लीन स्वीप पर टिकी होंगी।