वेस्टइंडीज (West Indies) के पूर्व महान क्रिकेटर माइकल होल्डिंग (Michael Holding) कमेंट करते समय या किसी भी चीज से संबंधित विचार देते समय शब्दों का गलत इस्तेमाल नहीं करते हैं। वह सीधे दिल से बात करते हैं और अक्सर प्रशंसकों और विशेषज्ञों द्वारा गलत समझा जाता है। हाल ही में उन्होंने इस बारे में बात की है कि कैसे वह टी20 प्रारूप को क्रिकेट नहीं मानते हैं और उन्हें लगता है कि इसने खेल के सबसे शुद्ध प्रारूप को बर्बाद कर दिया है। अब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को लेकर एक अहम बयान दिया है।
अक्सर विशेषज्ञों और प्रशंसकों के बीच व्यापक बहस होती है कि टेस्ट क्रिकेट खत्म हो रहा है। प्रशंसकों के बीच लाल गेंद के खेल को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) की शुरुआत की। पहला चक्र एक बड़ी सफलता थी और आईसीसी ने पहले ही अगले चक्र के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है।
माइकल होल्डिंग का बयान
टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि जब लोग कहते हैं कि 'टेस्ट क्रिकेट मर रहा है', तो आपको सबसे पहले यह समझना होगा कि वे क्या कह रहे हैं और किस संदर्भ में कह रहे हैं कि 'टेस्ट क्रिकेट मर रहा है'। यदि आप इसे टेस्ट में भाग लेने वाले लोगों और टेस्ट क्रिकेट में रुचि के संदर्भ में देखें, तो मुझे नहीं लगता कि आप किसी से भी असहमत हो सकते हैं कि टेस्ट क्रिकेट में रुचि और उपस्थिति काफी कम हो गई है।
आगे उन्होंने कहा कि यह अब लोगों की सूची में सबसे ऊपर नहीं है। जब आप सोचते हैं कि क्रिकेट का स्तर खेला जा रहा है और यह कितना मनोरंजक है, तो आप यह नहीं कह सकते कि टेस्ट क्रिकेट मर रहा है। जहाँ तक इसको लेकर मेरी बात है, तो मैं कहूँगा कि यह जीवित है और ठीक है।