माइकल वॉनइंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन (Michael Vaughan) ने ऑस्ट्रेलिया के कोविड-19 प्रोटोकॉल्स पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि अगर ऑस्ट्रेलिया इसी तरह से कड़े प्रोटोकॉल लागू करता रहा और अपने बॉर्डर ओपन नहीं किए तो फिर इंग्लैंड शायद एशेज सीरीज के लिए अपनी बेस्ट टीम ना भेजे।माइकल वॉन के मुताबिक कड़े कोरोना नियमों की वजह से कोई भी टीम ऑस्ट्रेलिया जाना पसंद नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि मुझे हैरानी होगी अगर इंग्लैंड एशेज के लिए अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम ऑस्ट्रेलिया भेजता है।इंग्लैंड के खिलाड़ियों को पहले ही ये गाइडलाइन मिल गई है कि उन्हें एशेज सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा बिना अपनी फैमिली के करना होगा। वहीं इंग्लैंड की तरफ से एक से ज्यादा फॉर्मेट खेलने वाले खिलाड़ी कई महीनों तक बायो-बबल में रह सकते हैं। इसकी वजह ये है कि टीम को पाकिस्तान और बांग्लादेश का दौरा करना है। इसके बाद उन्हें यूएई और ओमान में जाकर टी20 वर्ल्ड कप भी खेलना है।ऑस्ट्रेलिया ने कोरोना को लेकर काफी कड़ी गाइडलाइन जारी कर रखी है। खासकर बाहर से आने वाले लोगों के लिए पाबंदियां काफी सख्त हैं। कोरोना की रोकथाम के लिए कई बार एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने पर भी पाबंदी लगाई गई।ऑस्ट्रेलिया की कोरोना गाइडलाइन को लेकर माइकल वॉन का बयानमाइकल वॉन के मुताबिक अगर इसी तरह से पाबंदियां लागू रहीं तो फिर इंग्लैंड अपनी कमजोर टीम एशेज के लिए ऑस्ट्रेलिया भेज सकता है। द गार्जियन में छपी खबर के मुताबिक एबीसी से बातचीत में उन्होंने कहा,अगर ऑस्ट्रेलिया लगातार इसी तरह अपने बॉर्डर को बंद रखता है तो फिर इससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। शायद एक समय ऐसा भी आ जाए जब टीमें वहां जाने के लिए मना ही कर दें। मैं ये नहीं कह रहा कि इंग्लैंड की टीम ऐसा कर सकती है लेकिन ऐसा हो सकता है। मुझे हैरानी होगी अगर एशेज के लिए इंग्लैंड अपनी फुल स्ट्रेंथ टीम ऑस्ट्रेलिया भेजता है।Read reports today that England cricketers may not be able to have family members with them down under this winter .. Quite simply if they can’t they should call the Ashes off .. 4 months away from your family is totally unacceptable .. #Ashes— Michael Vaughan (@MichaelVaughan) June 22, 2021इससे पहले इंग्लैंड के एक और पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भी खिलाड़ियों से अपनी सहानुभूति दिखाई थी कि उन्हें बिना अपनी फैमिली के लंबे समय तक रहना पड़ेगा। उनके मुताबिक मैदान में बेहतर प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों का मेंटली स्ट्रॉन्ग होना काफी जरूरी है।