मिकी आर्थर (Mickey Arthur) ने दोबारा पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket Team) का हेड कोच बनने से इंकार कर दिया है। पाकिस्तान क्रिकेट ने मिकी आर्थर को हेड कोच बनने का ऑफर दिया था लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया है। मिकी आर्थर इस वक्त काउंटी क्रिकेट में डर्बीशायर के कोच हैं और उन्हीं के कोच बने रहना चाहते हैं।
मिकी आर्थर की अगर बात करें तो वो 2016 से लेकर 2019 तक पाकिस्तान टीम के हेड कोच थे। उनकी कोचिंग में ही पाकिस्तान की टीम टी20 क्रिकेट में नंबर वन बनी थी। इसके अलावा 2017 में पाकिस्तान ने भारत को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। पाकिस्तान टीम से जाने के बाद उन्होंने कुछ दिनों तक श्रीलंका टीम के साथ हेड कोच के तौर पर काम किया और इस वक्त वो काउंटी चैंपियनशिप में डर्बीशायर टीम के साथ जुड़े हुए हैं।
रमीज राजा को हटाए जाने के बाद जब नजम सेठी पीसीबी के चेयरमैन बने तभी से ये कयास लगाए जाने लगे कि मिकी आर्थर को दोबारा पाकिस्तान का हेड कोच नियुक्त किया जा सकता है। हालांकि मिकी आर्थर ने डर्बीशायर के साथ अपने लगाव का हवाला देते हुए इससे इंकार कर दिया है।
डर्बीशायर की टीम मेरे दिल के काफी करीब है - मिकी आर्थर
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक उन्होंने कहा 'मैंने हमेशा से ही ये कहा है कि डर्बीशायर एक ऐसी काउंटी टीम है जो मेरे दिल के काफी करीब है। क्लब के साथ मेरा पहला सीजन काफी शानदार रहा और इसी वजह से इसके प्रति मेरा प्यार और बढ़ गया है। यहां के सपोर्ट्स हमेशा मुझे काफी सम्मान देते हैं। हमारी टीम काफी टैलेंटेड है और मैं इसको डेवलप करने की तरफ ध्यान दे रहा हूं।'
वहीं पीसीबी ने अपने बयान में कहा 'डर्बीशायर के साथ मिकी आर्थर का कॉन्ट्रैक्ट लंबा है और इसी वजह से हमने उन्हें सलाहकार के तौर पर काम करने का भी सुझाव दिया था कि वो पार्ट टाइम भूमिका निभाएं। हालांकि ये काफी मुश्किल होगा। इसी वजह से नए कोच के लिए पीसीबी की तलाश जारी रहेगी।'