पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मिस्बाह उल हक (Misbah UL Haq) ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप और एम एस धोनी (Ms Dhoni) की कप्तानी को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भारत की जो युवा टीम उस वक्त थी उसमें कई बेहतरीन प्लेयर मौजूद थे और उनके साथ वो काफी खेल चुके थे। वहीं मिस्बाह ने एम एस धोनी के कप्तानी की काफी तारीफ की और कहा कि वो दबाव में घबराते नहीं हैं और काफी शांत रहते हैं।
दरअसल एम एस धोनी की कप्तानी में ही भारत ने 2007 का टी20 वर्ल्ड कप जीता था। फाइनल मुकाबले में मिस्बाह उल हक ने जो शॉट लगाया था उसकी वजह से टीम इंडिया वो वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब हो गई थी। मिस्बाह मैच को आखिर तक लेकर गए थे लेकिन एक गलती ने पूरे मैच का रुख ही पलट दिया।
स्पोर्ट्स यारी पर बातचीत के दौरान मिस्बाह उल ने कहा 'जितने भी प्लेयर उस वक्त भारतीय टीम में थे मैंने उनके साथ काफी क्रिकेट खेली थी। पाकिस्तान ए और इंडिया ए के बीच काफी मुकाबले होते थे और मैं इसी वजह से सभी भारतीय खिलाड़ियों को अच्छी तरह से जानता था कि ये कितने अच्छे प्लेयर हैं। उस वक्त इन्हें देखकर लग गया था कि ये युवा खिलाड़ी आगे चलकर लिमिटेड ओवर्स में काफी बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे। ये खिलाड़ी उस वक्त की क्रिकेट के हिसाब से खेल रहे थे।'
एम एस धोनी कभी पैनिक नहीं होते हैं -मिस्बाह उल हक
एम एस धोनी को लेकर भी मिस्बाह उल हक ने बड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा 'सबसे मेन चीज टेंपरामेंट होती है। मैंने धोनी के साथ ए टीम में भी देखा था कि वो काफी अच्छे टेंपरामेंट के साथ खेलते थे। वो पैनिक नहीं होते थे और इसी वजह से उनका दिमाग काफी तेजी से चलता था। जितने भी अहम मौकों पर भारत ने सफलता हासिल की उसमें धोनी के टेंपरामेंट का काफी बड़ा योगदान है।'