पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket Team) के कोच मिस्बाह उल हक (Misbah-ul-Haq) बीते एक साल से राष्ट्रीय टीम के कोच और चीफ सेलेक्टर की जिम्मेदार संभाल रहे थे लेकिन उन्होंने एक पद की भूमिका से इस्तीफा दे दिया है। मिस्बाह उल हक़ ने मुख्य चयनकर्ता के पद से अपना इस्तीफा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (Pakistan Cricket Board) को थमा दिया है। अब वह केवल कोच के रूप में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के साथ जुड़े रहेंगे। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की पहल ज्यादा सफल नहीं हो पाई, जिसमें मिस्बाह को दो पदों का कार्य सौंपा गया था।
मिस्बाह उल हक़ ने यह फैसला पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नए कोड ऑफ़ एथिक्स के चलते लिया है। पिछले साल सितम्बर महीने में मिस्बाह को कोच और मुख्य चयनकर्ता की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, तब पीसीबी में यह नियम नहीं थे लेकिन इस साल जुलाई में बने नए नियमों के अनुसार उन्हें यह पद छोड़ना पड़ा है। मिस्बाह ने भी इस फैसले पर कहा कि दोनों जिम्मेदारियों को निभाने का उनपर जबरदस्त दबाव है। इसलिए वह बस कोच की भूमिका ही निभाना चाहते हैं।
पिछले साल श्रीलंका के पाकिस्तान दौरे से पहले पूर्व कप्तान को टीम का मुख्य कोच बनाए जाने के साथ-साथ मुख्य चयनकर्ता भी बनाया गया था। पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने मिस्बाह उल हक़ के नेतृत्व में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है। टीम ने टी20 में नंबर 1 का ताज भी गंवा दिया, फ़िलहाल पाकिस्तान टी20 रैंकिंग में चौथे पायदान पर है। साथ ही टेस्ट क्रिकेट में टीम ने निराशाजनक प्रदर्शन किया है। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में पाकिस्तान को करारी शिकस्त मिली। पाकिस्तान क्रिकेट टीम को उनके ही घर में श्रीलंकाई टीम ने टी20 सीरीज में मात भी दी थी। मिस्बाह उल हक़ ने मुख्य चयनकर्ता बनते ही सबसे पहले टीम के कप्तानों का फैसला किया। टेस्ट क्रिकेट का कप्तान अजहर अली को बनाया गया, तो वनडे व टी20 का कप्तान युवा ख़िलाड़ी बाबर आजम को बनाया गया था।