रमेश पोवार को धमकी , कोच पर दवाब बनाने और टीम को कम महत्व देने के आरोपों से आहत मिताली राज ने अपना दुःख जाहिर करने के लिए अब ट्विटर का सहारा लिया है। मिताली ने गुरुवार को ट्वीट कर अपने विचार जाहिर किये।
बता दें कि मिताली ने पहले बीसीसीआई को ईमेल भेजकर रमेश पोवार के खिलाफ शिकायत की थी और उन पर पक्षपात करने का आरोप लगाया था। इसके बाद पोवार ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि वह उनके व्यवहार से दुखी हो गए थे, वह हमेशा ही टीम में अव्यवस्था पैदा करती थीं और टीम हितों की अनदेखी कर रहीं थीं।
इस से दुखी होकर मिताली ने ट्विटर पर अपनी बात रखी। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि मैं अपने ऊपर लगाए गए आरोपों से बेहद दुखी और आहत हुई हूं। मेरा खेल के लिए समर्पण, 20 वर्ष तक देश की सेवा, मेहनत सब व्यर्थ हो गया। आज मेरी देशभक्ति पर सवाल उठाया जा रहा है, मेरे खेल पर उंगलियां उठाई जा रही हैं और तरह तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। ये मेरे जीवन का सबसे बुरा दौर है। भगवान मुझे इन सब से लड़ने की शक्ति दे।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने भी मिताली के प्रति दुख जाहिर करते हुए ट्विटर पर लिखा कि मिताली के लिए मुझे दुख है। उनके द्वारा भेजे गए मेल की बातें बाहर नहीं आनी चाहिए थीं। उनके लिए बेहद मुश्किल समय है, पहले सेमीफाइनल में टीम से बाहर हुईं और अब ये सब।
मिताली राज और रमेश पवार के बीच की तनातनी उस समय चर्चा में आई जब मिताली ने शिकायत भरे लहजे में बीसीसीआई को एक मेल किया। उन्होंने इस मेल में लिखा था कि मेरा कोच के साथ विवाद वेस्टइंडीज में कदम रखते ही शुरू हो गया। शुरुआत में उनका मेरे प्रति भेदभावपूर्ण व्यवहार मामूली था लेकिन मैंने उस पर कभी ध्यान नहीं दिया। वहीं पवार ने अपने मेल में लिखा था कि वह मिताली के व्यवहार से आहत और हैरान थे। उनके इस रवैये से लगता था कि वह अपने हितों को टीम की भलाई से ज्यादा महत्व देती हैं।
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