मिचेल मैक्लेनेघन ने न्यूजीलैंड टीम की आलोचना के लिए  मोहम्मद हफीज को दिया करारा जवाब

Nitesh
मिचेल मैक्लनेघन ने हफीज को करारा जवाब दिया
मिचेल मैक्लनेघन ने हफीज को करारा जवाब दिया

न्यूजीलैंड (New Zealand) के पाकिस्तान टूर रद्द करने के बाद से ही लगातार तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। पाकिस्तान के वर्तमान और पूर्व खिलाड़ी न्यूजीलैंड टीम पर जमकर निशाना साध रहे हैं। इसी कड़ी में दिग्गज ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज ने भी न्यूजीलैंड की आलोचना की लेकिन कीवी टीम के गेंदबाज मिचेल मैक्लेनेघन ने उन्हें करारा जवाब दिया है।

न्यूजीलैंड ने 18 साल के बाद पाकिस्तान का दौरा किया था लेकिन बिना एक भी मुकाबला खेले उन्होंने अचानक वापस लौटने का निर्णय लिया। शुक्रवार को दोनों टीमों के बीच पहले वनडे मुकाबले से ठीक पहले न्यूजीलैंड ने सिक्योरिटी अलर्ट की वजह से ये पूरा दौरा ही रद्द कर दिया।

शनिवार को न्यूजीलैंड की टीम पाकिस्तान से दुबई के लिए रवाना हुई और इसका एक वीडियो भी सामने आया। मोहम्मद हफीज ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए कीवी टीम पर तंज कसा। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा "पाकिस्तान के सुरक्षा बलों का शुक्रिया जिन्होंने न्यूजीलैंड टीम को सुरक्षित एयरपोर्ट पहुंचाने में मदद की। मुझे हैरानी हो रही है कि वही रूट और वही सिक्योरिटी लेकिन आज कोई खतरा नहीं था।"

मोहम्मद हफीज के ट्वीट पर मिचेल मैक्लेनेघन ने किया पलटवार

मोहम्मद हफीज के इस ट्वीट के बाद न्यूजीलैंड के दिग्गज खिलाड़ी मिचेल मैक्लेनेघन ने पलटवार किया। उन्होंने कहा " कम ऑन ब्रो, हमारे खिलाड़ियों और ऑर्गेनाइजेशन की नहीं बल्कि सरकार की आलोचना कीजिए। खिलाड़ियों ने वही किया जो उनसे कहा गया। मुझे पूरा भरोसा है कि ये युवा खिलाड़ी खेलना चाहते थे और अपने आपको साबित करना चाहते थे लेकिन उनके पास कोई विकल्प नहीं था।"

इससे पहले न्यूजीलैंड क्रिकेट की तरफ से बयान आया कि उन्हें हमले का खतरा मिला था और इसी वजह से उन्होंने ये टूर कैंसिल कर दिया। न्यूजीलैंड क्रिकेट के चीफ एग्जीक्यूटिव डेविड व्हाइट ने एक बयान जारी कर बड़ा खुलासा किया।

उन्होंने कहा, "टीम के खिलाफ हमले का खतरा मिला था जो काफी विश्वसनीय और सटीक था। टूर कैंसिल करने से पहले हमने न्यूजीलैंड सरकार के अधिकारियों से बात की थी। पीसीबी को भी हमने पूरे मामले से अवगत करा दिया था। वहीं दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच बातचीत भी हुई। दुर्भाग्य से हमें जो सलाह मिली थी उसके बाद पाकिस्तान में रुकना मुमकिन नहीं था।"

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Edited by Nitesh