पाकिस्तान के दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी मोहम्मद हफीज (Mohammad Hafeez) ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। प्रोफेसर के नाम से मशहूर मोहम्मद हफीज ने 18 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला और अब संन्यास का ऐलान कर दिया है। हफीज ने अपने संन्यास को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया भी दी है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की तरफ से जारी रिलीज में हफीज ने कहा 'आज मैं पूरे गर्व और संतुष्टि के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह रहा हूं। मैंने जितनी उम्मीद नहीं की थी उससे बढ़कर मुझे मिला। इसके लिए मैं अपने साथी क्रिकेटरों, कप्तान, सपोर्ट स्टाफ और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने मेरा काफी साथ दिया। इसके अलावा मेरी फैमिली का भी काफी बड़ा योगदान रहा जिन्होंने काफी त्याग मेरे लिए किया और मुझे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला।"
हफीज ने आगे कहा "जब आपका प्रोफेशनल करियर लम्बा होता है तो फिर उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ। हालांकि मैं ये कह सकता हूं कि मेरे करियर में हाई प्वॉइंट ज्यादा रहे क्योंकि मुझे कई बेहतरीन प्लेयर्स के साथ खेलने का मौका मिला।"
मोहम्मद हफीज का करियर काफी शानदार रहा
आपको बता दें कि मोहम्मद हफीज ने पीएसएल के आगामी सीजन के लिए लाहौर कलंदर्स टीम के साथ साइन किया है और वो पूरी दुनिया में फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलते रहेंगे। मोहम्मद हफीज ने अपने टेस्ट करियर में कुल मिलाकर 55 टेस्ट, 218 वनडे और 119 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेले और इस दौरान 12,780 रन बनाए।
हफीज ने अपने करियर में कुल मिलाकर 32 प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड भी जीते और इस मामले में वो पाकिस्तानी खिलाड़ियों में चौथे पायदान पर हैं। उनसे आगे शाहिद अफरीदी (43), वसीम अकरम (39) और इंजमाम उल हक (33) ही हैं। इसके अलावा मोहम्मद हफीज ने अपने करियर के दौरान 9 प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड भी जीते और इस मामले में उनसे आगे इमरान खान (10), इंजमाम उल हक (10) हैं तथा उन्होंने वकार यूनिस (9) के रिकॉर्ड की बराबरी की।