मोहम्मद कैफ ने भारत और पाकिस्तान के बीच 2003 वर्ल्ड कप में हुए मैच सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी पर बयान दिया है। मोहम्मद कैफ ने सचिन तेंदुलकर के उन शॉट्स के बारे में चर्चा की जो उन्होंने शोएब अख्तर की गेंदों पर जड़े थे। मोहम्मद कैफ ने कहा कि अन्दर या पैड पर आती हुई गेंद को सचिन तेंदुलकर फ्लिक करते थे और यह उनकी क्लास थी।
शोएब अख्तर की गेंदों पर कट शॉट से छक्का जड़ने के बाद सचिन तेंदुलकर ने उस ओवर में दो चौके जड़े थे। स्टार स्पोर्ट्स पर एक चर्चा में मोहम्मद कैफ ने कहा कि सचिन तेंदुलकर ने कट के बाद फ्लिक किया और यह उनकी ताकत थी। वह कभी इस तरह की गेंद पर एल्बीडब्ल्यू आउट नहीं होते थे। यही उनको महान बल्लेबाज बनाता है। गेंदबाज के पास गेंद अन्दर लाकर खिलाड़ी को एल्बीडब्ल्यू आउट करने का हथियार होता है लेकिन सचिन तेंदुलकर के साथ ऐसा बहुत कम होता था।
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मोहम्मद कैफ ने छक्के के बारे में दिया बयान
मोहम्मद कैफ ने 2003 वर्ल्ड कप में शोएब अख्तर की गेंद पर सचिन तेंदुलकर के छक्के को आइकोनिक करार देते हुए कहा कि ऐसा शॉट खेलते हुए हमने उन्हें बहुत कम देखा है। उन्होंने कहा कि हमने सचिन तेंदुलकर को ऑन द राइज और पंच करते हुए देखा है लेकिन उस भारी बल्ले के साथ 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले गेंदबाज को अपर कट मारना काफी मुश्किल काम है।
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए उस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 98 रन बनाए थे। शोएब अख्तर की शरीर पर आती हुई गेंद पर उनका बल्ला बंद हो गया और पॉइंट पर उनका कैच लपक लिया गया। तब तक भारतीय टीम की जीत का रास्ता तैयार हो चुका था। मोहम्मद कैफ ने कहा कि सचिन पाजी जब खेलते थे तो अपने ही जोन में होते थे और कम बोलते थे।
मोहम्मद कैफ ने कहा कि सचिन तेंदुलकर के अच्छे शॉट पर जब कोई उन्हें बताता कि यह शानदार था तब वह कहते थे कि चुप रहकर मुझे बल्लेबाजी करने दो। गैप और फील्डरों के बारे में उनको मालूम होता था।