Mohammed Shami Statement on His Return: दिग्गज भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की 14 महीनों के बाद भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी हुई है। लंबी चोट के बाद शमी ने वापसी करके यह दिखाया है कि अभी भी उनके अंदर इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के लिए कितना जोश भरा हुआ है। शमी ने टखने की सर्जरी कराई थी। इसके बाद वापसी करते हुए उन्हें घुटने में भी चोट लगी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने लगातार कोशिश करते हुए अंत में भारतीय टीम में अपनी जगह बना ही ली है। अब शमी ने अपने जुझारू अंदाज को लेकर एक बड़ा बयान दिया है और कहा है कि उनके अंदर देश के लिए खेलने की भूख कभी कम नहीं होती है।
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शमी ने कहा कि अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं तो आपको चाहे जिस तरह की भी चोट लग जाए आप उससे वापसी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि देश के लिए खेलने की भूख कभी खत्म नहीं होनी चाहिए। अगर आपको अपने देश से प्यार होगा तो आप हमेशा कमबैक के लिए लड़ाई लड़ेंगे। भले ही आप 10 बार चोटिल क्यों ना हो जाएं। जो भी देश के लिए या राज्य के लिए क्रिकेट खेलते हैं उनके दिमाग में कभी यह ख्याल नहीं आता कि वह इस खेल को छोड़ देंगे। मैं चाहे जितने मैच खेल लूं मुझे नहीं लगता कि यह पर्याप्त हैं।"
मोहम्मद शमी से चैंपियंस ट्रॉफी में काफी उम्मीदें
शमी का चयन इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के साथ ही चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी भारतीय टीम में किया गया है। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के पूरी तरह फिट नहीं होने की स्थिति में शमी से भारतीय टीम को काफी उम्मीदें हैं। टीम मैनेजमेंट यह उम्मीद कर रही है कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से शमी इंटरनेशनल क्रिकेट में खुद को ढालेंगे और अपनी लय हासिल कर लेंगे। इसको देखते हुए ही उनके वर्कलोड मैनेजमेंट का भी खास ख्याल रखा जा रहा है।
कोलकाता में बुधवार को होने जा रहे पहले टी-20 मुकाबले से पहले शमी ने रविवार को जमकर गेंदबाजी का अभ्यास किया था। हालांकि, सोमवार को मैनेजमेंट ने उन्हें गेंदबाजी करने से रोका और वह केवल बल्लेबाजी का ही अभ्यास करते दिखे।