तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) भारत (India Cricket Team) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) के प्रमुख तेज गेंदबाजों में से एक बन चुके हैं। सिराज ने अपनी गति, स्विंग और वोबल सीम वाली गेंदों से बल्लेबाजों को खूब परेशान किया है।
सिराज ने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) के साथ का एक मजेदार किस्सा शेयर किया, जहां पूर्व कप्तान ने तेज गेंदबाज का जमकर मजाक उड़ाया था। सिराज ने बताया कि उन्होंने एमएस धोनी से उनका बैट मांगा था, जिस पर पूर्व कप्तान ने मजेदार कमेंट करके उनकी खिल्ली उड़ाई थी।
मोहम्मद सिराज ने ब्रेकफास्ट विथ चैंपिसंस में बातचीत करते हुए कहा, 'धोनी भाई एक बार पैड्स पहने हुए ड्रेसिंग रूम में आए। हर कोई उनसे बैट मांग रहा था। मैंने भी मांग लिया। उन्होंने मुझे जवाब दिया, 'तुझे बैट की क्या जरुरत? तुझे चेस्ट गार्ड की जरुरत है। रुक तेरे लिए मैं एक ऑर्डर करता हूं। उन्होंने साथ ही कहा कि अगर मैंने उनके बल्ले के स्ट्रोक बढ़ा दिए तो वो मुझे दो और बैट देंगे।''
सिराज ने साथ ही बताया कि पूर्व भारतीय गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने रणजी ट्रॉफी में उन्हें लगातार मैच खिलाने में कितनी मदद की। तेज गेंदबाज ने कहा, 'मैंने हैदराबाद के लिए रणजी ट्रॉफी मैच खेला और विकेट लिया। बाद में टीम से बाहर कर दिया गया। बाद में मुझे टीम में चुना ही नहीं गया। मगर फिर भरत सर ने मुझे आरसीबी बनाम एसआरएच मैच से पहले नेट्स पर गेंदबाजी करते हुए देखा। उन्होंने लक्ष्मण सर से मेरे बारे में पूछा, लेकिन किसी को कुछ पता ही नहीं था। अगले साल अरुण सर हैदराबाद में बतौर हेड कोच आए। उन्होंने मांग रखी कि मुझे टीम में चाहते हैं। उन्होंने मुझमें विश्वास जताया और उस साल मैं सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज बना।'
मोहम्मद सिराज ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट छोड़ने का मन बना लिया था। सिराज आईपीएल में आरसीबी की तरफ से लगातार रन खर्च कर रहे थे और इससे वो इतना परेशान हो गए थे कि खुद को आखिरी मौका देने का फैसला कर लिया था।
सिराज ने कहा, 'जितनी असफलता मैंने देखी, उतनी किसी ने नहीं देखी होगी। आरसीबी के लिए हर मैच में मेरी जमकर धुनाई हुई। इससे बड़ी बात, सोशल मीडिया बहुत खराब चीज है, आपको इससे दूर रहना पड़ता है। मैंने लॉकडाउन में फैसला किया कि अपने ऊपर एक साल काम करूंगा वरना क्रिकेट छोड़कर नौकरी करने लग जाऊंगा। मैंने अपनी फिटनेस और गेंदबाजी पर काम किया और इसके बाद खेलने में अलग ही दर्जे की संतुष्टि मिलती है।'