टी20 मैच में तिहरा शतक ज़माने वाले मोहित अहलावत अब दिल्ली डेयरडेविल्स का ट्रायल देंगे

दिल्ली डेयरडेविल्स के सीईओ हेमंत दुआ ने पुष्टि की है कि दिल्ली रणजी क्रिकेटर मोहित अहलावत को आईपीएल की टीम के लिए ट्रायल्स पर बुलाया गया है। याद हो कि मोहित ने हाल ही में एक स्थानीय टी20 टूर्नामेंट में सिर्फ 72 गेंदों में तिहरा शतक जमाया था। 21 वर्षीय मोहित के कोच संजय भारद्वाज हैं जो गौतम गंभीर के भी बचपन के कोच हैं। 1983 विश्व कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य और जीएमआर स्पोर्ट्स (दिल्ली डेयरडेविल्स) के सहायक उपाध्यक्ष सुनील विलसन दिल्ली के रणजी क्रिकेटर के ट्रायल की प्रक्रिया पर ध्यान देंगे। क्रिकेटनेक्स्ट से बात करते हुए दुआ ने कहा, 'जी हां मोहित को ट्रायल्स के लिए बुलाया गया है। हम युवा और भविष्य के स्टार खिलाड़ियों की खोज कर रहे हैं। विलसन इस पूरी प्रक्रिया पर ध्यान रखेंगे।' यह भी पढ़ें : दिल्ली के मोहित अहलावत टी20 क्रिकेट में तिहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने मोहित अहलावत ने सुर्खियां बंटोरी थी जब उन्होंने मावी एकादश की तरफ से खेलते हुए नई दिल्ली के ललिता पार्क में फ्रेंड्स प्रीमियर लीग एकादश के खिलाफ तिहरा शतक जमाया था। उन्होंने सिर्फ 72 गेंदों में 39 छक्कों और 14 चौको की मदद से 300* रन बनाए तथा टीम को 20 ओवर में 1 विकेट के नुकसान पर 416 रन के विशाल स्कोर तक पहुंचाया। 21 वर्षीय मोहित पहले ही दिल्ली की तरफ से रणजी ट्रॉफी में खेल चुके हैं। उन्होंने 2015 में तीन मैच खेले, लेकिन भाग्य का उन्हें साथ नहीं मिला और विकेटकीपर बल्लेबाज सिर्फ पांच रन बना सके। वह तीन बार शून्य पर आउट हुए जबकि एक पारी में 4 रन बनाए। ऐसा लगता है कि ट्रायल्स पर अच्छा प्रदर्शन करने के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम जरुर अहलावत को मौका दे सकती है, लेकिन उनके कोच संजय भारद्वाज का मानना है कि मोहित की तकनीक अच्छी है और वह बेहतर विकेटकीपर भी हैं। भले ही 21 वर्षीय का प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा हो। मगर भारद्वाज इस बात से खुश हैं कि दिल्ली डेयरडेविल्स ने किसान के बेटे के प्रदर्शन को तरजीह दी। बता दें कि मोहित के लिए क्रिकेट खेलना मुश्किल हो रहा था, क्योंकि वह दिन की चीजें जुटाने में पूरी तरह कामयाब नहीं हो पा रहे थे। मोहित के कोच ने खुलासा किया कि अहलावत को विलसन ने फ़ोन करके आईपीएल टीम के लिए ट्रायल्स देने के लिए बुलाया, जो कि युवा बल्लेबाज के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है।