भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने आप को एक बेहतर एकदिवसीय बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया है। हालाँकि वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल के बाद से धोनी क्रिकेट के मैदान पर नहीं दिखे हैं, लेकिन जब वह अपने जबरदस्त फॉर्म में हुआ करते थे, तब चाहे वह पहले बल्लेबाजी कर रहे हों या फिर लक्ष्य का पीछा कर रह हों, हमेशा एक जैसे क्रिकेट खेलते थे और पारी की शुरुआत में एक-एक रन लेकर स्ट्राइक रोटेट करते थे। इसके बाद फिर वो गेंदबाजों पर हमला बोल देते थे।
जब पारी के आखिरी ओवर चल रहे हों तो धोनी बड़ा शॉट लगाने से कतराते नहीं थे। महेंद्र सिंह धोनी के बड़े शॉट से ही जुड़ा एक अनोखा किस्सा काफी प्रसिद्ध है। 2009 में क्राइस्टचर्च में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए एकदिवसीय मैच में धोनी ने ग्रांट इलियट की गेंद पर एक छक्का लगाया था। इस छक्के की खासियत ये थी कि धोनी को अपने शॉट पर इतना विश्वास था कि उन्होंने नज़रें ऊपर करके देखा भी नहीं कि गेंद कहाँ गई। क्रिकेट में छक्के लगाने वाले बहुत हुए लेकिन जब धोनी छक्का लगाते थे तो उनकी बात ही कुछ और होती थी।
यह भी पढ़ें - 5 खिलाड़ी जिनके साथ महेंद्र सिंह धोनी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेले हैं, उनके नाम आप नहीं जानते होंगे
उस मैच में धोनी ने 58 गेदों में 68 रन बनाये थे। उनके अलावा 'मैन ऑफ द मैच' सचिन तेंदुलकर ने 163 और युवराज सिंह ने 87 रनों की बेहतरीन पारियां खेली थी और भारत ने 392/4 का विशाल स्कोर खड़ा किया था। जवाब में जेसी रायडर के 105 रनों की बेहतरीन पारी के बावजूद न्यूजीलैंड 334 रन ही बना सकी और 58 रनों से मुकाबला हार गई।
महेंद्र सिंह धोनी का वह अद्भुत छक्का
Video Courtesy - AIO TV