महेंद्र सिंह धोनी युवा खिलाड़ियों के लिए हमेशा ही उनके मार्गदर्शक रहे हैं| भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रविवार को हुए टी-20 मुकाबले में भी ऐसा ही देखने मिला| महेंद्र सिंह धोनी विकेट के पीछे से गेंदबाज़ों को गेंदबाज़ी के सुझाव देते हैं और गेंदबाज़ उन सुझावों को अपना कर विरोधी टीम के खिलाड़ियों को पवेलियन पूछा देते है| पहले टी-20 मैच में भारतीय बल्लेबाज़ों के शानदार प्रदर्शन के कारण टीम ने 205 रनों का लक्ष्य दक्षिण अफ्रीका के सामने रखा| भारतीय बल्लेबाज़ शिखर धवन ने मात्र 39 गेंदों में 72 रन बनाए| जवाबी पारी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों में बेहद विस्फोटक पारी की शुरुआत की| दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी रीज़ा हेंड्रिक्स और जे जे स्मट्स ने पारी की शुरुआत में तूफानी बल्लेबाज़ी कर आवश्यक रन रेट को कम करने की कोशिश की| सातवें ओवर में जब क्रीज़ पर डेविड मिलर थे और गेंदबाज़ी के लिए हार्दिक पांड्या आये| हार्दिक ने पहली गेंद शार्ट पिच डाली और दूसरी बाउंसर डाली थी| इसे देखकर धोनी ने हार्दिक को सलाह दी कि वह गुड लेंथ पर गेंद डाले और हार्दिक ने वैसा ही किया और डेविड मिलर का क़ीमती विकेट हार्दिक पांड्या की झोली में था| पांड्या की उस गेंद को मिलर ने हवा में खेला और गेंद सीधी क्षेत्ररक्षण कर रहे शिखर धवन के हाथों में आ गयी | वनडे शृंखला में भी धोनी ने युवा गेंदबाज़ चहलऔर कुलदीप यादव को सलाह दी और दोनों ने शृंखला में बेहतरीन प्रदर्शन किया| दोनों गेंदबाज़ो ने धोनी को शुक्रिया भी बोला है| पिच और बल्लेबाज़ों को पढ़ने की धोनी की इस ख़ास क़ाबिलियत ने ही उन्हें अब तक के सफल कप्तानों में एक बनाए रखा था | इसे भी पढ़ें: SAvIND: पॉल एडम्स ने भारतीय टीम की मजबूती का कारण दोनों कलाई वाले स्पिनरों को बताया युवा खिलाड़ियों को निखारने का कार्य धोनी काफी समय से कर रहे हैं| आश्विन,जड़ेजा और चहल जैसे खिलाड़ियों को सफल खिलाडी बनाने में धोनी का मुख्य हाथ है | महेंद्र सिंह धोनी अब भारतीय टीम के कप्तान नहीं है पर वह 2019 विश्व कप के लिए भारतीय टीम को तैयार करने में अपना योगदान लगातार दे रहे हैं |