छोटे से शहर रांची से निकलकर जिस तरह से एम एस धोनी ने वर्ल्ड क्रिकेट में सफलता हासिल की, वो कई लोगों के लिए एक प्रेरणा का स्त्रोत है। एम एस धोनी की इस कामयाबी से कई क्रिकेटर प्रेरित हुए हैं और इन्हीं में एक नाम है विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन का। संजू सैमसन भी एम एस धोनी से मोटिवेशन हासिल करते हैं कि केरल से होने के बावजूद वो वर्ल्ड क्रिकेट में नाम कमा सकते हैं।
संजू सैमसन भारत के जिस राज्य से आते हैं वहां पर क्रिकेट ज्यादा नहीं खेला जाता है। केरल में फुटबॉल लोगों का पसंदीदा स्पोर्ट है। संजू सैमसन का कहना है कि उन्हें एम एस धोनी से प्रेरणा मिलती है कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कैसे आगे बढ़ा जाए।
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यूएई में गल्फ न्यूज से बातचीत में संजू सैमसन ने कहा,
जिस दिन से बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने के बाद उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार शतक लगाया था, उसी दिन से उन्होंने हम सबको प्रेरित किया। उनकी सफलता से मुझे एक्स्ट्रा मोटिववेशन मिलता है। रांची जैसे शहर से आकर वो ऑल टाइम महान खिलाड़ी बन गए तो केरल से आकर मैं क्यों नहीं सफल हो सकता। दोनों ही जगहों का कोई क्रिकेट इतिहास नहीं रहा है।
संजू सैमसन ने कहा कि वो केवल भारतीय टीम की तरफ से खेलना चाहते हैं और किसी को रिप्लेस नहीं करना चाहते।
मैं किसीको रिप्लेस करने के बारे में नहीं सोचता। हम सब मिलकर भारतीय टीम को मैच जिताना चाहते हैं। मैं केवल अपने देश के लिए खेलना चाहता हूं।
संजू सैमसन टीम से अंदर-बाहर होते रहते हैं
आपको बता दें कि संजू सैमसन ने भारत के लिए अपना आखिरी मुकाबला जनवरी 2020 में खेला था। एक जबरदस्त बल्लेबाज होने के बावजूद उनकी टीम में जगह अभी तक पक्की नहीं हुई है। इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि भारतीय टीम में ऋषभ पंत, एम एस धोनी और के एल राहुल जैसे विकेटकीपर बल्लेबाज मौजूद थे।
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