आईपीएल 2010 के फाइनल में खेलने वाली मुंबई इंडियंस टीम के खिलाड़ी अब कहां हैं ?

Enter caption

आईपीएल 2019 में अब सिर्फ एक मुकाबला ही रह गया है। आईपीएल इतिहास में एक बार फिर से चन्नई सुपर किंग्स या फिर मुंबई इंडियंस में से कोई एक टीम एक बार फिर खिताब पर कब्जा जमा लेगी। आईपीएल में चेन्नई ने तीन बार खिताब अपने नाम किया है, जबकि मुंबई ने भी तीन बार यह इतिहास दोहराया है, मुंबई और चेन्नई की टीम के पास मौका है वो कि चौथी बार यह टाइटल अपने नाम कर लेंगे।

मुंबई की जीत की कड़ी में हम आपको आज बता रहें है 2010 मे फाइनल में पहुंची मुबंई की टीम के बारे में। उस समय की फाइनलिस्ट टीम के खिलाड़ी आज कहां है। 2010 में मुंबई ने बैंग्लोर को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन फाइनल में इस टीम को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।

#1 सचिन तेंदुलकर और शिखर धवन

Enter caption

एक समय था जब क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर मुंबई के लिए ओपनिंग किया करते थे। उनके साथ दिल्ली के खिलाड़ी शिखर धवन भी ओपनिंग करने आते थे। 2008 में दिल्ली से खेलने धवन 2009 में मुंबई की टीम से जुड़े। मुंबई से जुड़ने के बाद धवन ने 2011 और 2012 में डेक्कन चारजर्स के साख अपने करियर को आगे बढ़ाया। इसके बाद वह 2018 तक सनराइजर्स हैदराबाद की टीम का हिस्सा बने। इस सीजन वह दिल्ला का हिस्सा रहे हैं और मौजूदा भारतीय विश्व कप टीम में शामिल किए गए हैं।

वहीं, सचिन तेंदुलकर की बात करें तो सचिन शुरुआत के दिनों से ही मुबंई की टीम का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। पहले वह बतौर खिलाड़ी इस टीम लिए खेले अब वह मुंबई की टीम में मेंटर के तौर पर कार्यरत हैं। इसके अलावा 2015 में बनी बीसीसीआई की सलाहकार समिति के वह सदस्य हैं। साल 2010 में वह ऑरेंज कैप के विजेता भी रहे। 2013 में उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया था। सचिन तेंदुलकर ने 2010 में हुए आईपीएल में सबसे ज्यादा (618) रन बनाकर ऑरेंज कैप पर कब्जा किया।

Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज़ स्पोर्ट्सकीड़ा पर पाएं।

#2 अभिषेक नायर और अंबाती रायडू

Enter caption

बाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के गेंदबाज रहे अभिषेक नायर ने मुंबई इंडियंस के लिए तीन सीजन में नजर आए 2010 के बाद नायर ने मुंबई से नाता तोड़ लिया और 2011 में किंग्ल इलेवन पंजाब के लिए खेलने लगे। इस टीम का भी वह 2012 तक हिस्सा रहे और 2013 में पुणे वॉरियर्स और उसके अगले दो सीजन में वह राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते नजर आए। 2018 के बाद वह कोलकाता नाइट राइडर्स की एकेडमी के कोच बने। वह पुडुचेरी के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते नजर आते हैं।

मुंबई इंडियंस की टीम के मध्यक्रम के धाकड़ बल्लेबाज अंबाती रायडू 2010 में मुंबई के लिए खरीदे गए। उनका प्रदर्शन भी शानदार रहा और उन्होंने 14 मैच में 356 रन बनाए। 217 तक मुंबई के लिए खेलने वाले अंबाती रायडू ने मुंबई के लिए 2000 से ज्यादा रन बनाए। 2018 में उन्हें चेन्नई ने खरीदा उन्होंने इस दौरान 16 मैच में 43 के औसत से 602 रन बनाए। घरेलू क्रिकेट मे वह हैदराबाद के लिए खेलते हैं। वहीं, आईपीएल में वह चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा हैं।

#3 सौरभ तिवारी और जेपी डुमिनी

Enter caption

सौरभ तिवारी के करियर की शुरुआत में उनकी तुलना एमएस धोनी से की जाती थी। उनका हेयर स्टाइल और एमएस धोनी का हेयर स्टाइल मैच होता था। उन्हें 2008 में मुंबई इंडियंस ने खरीदा लेकिन वह कभी स्थापित खिलाड़ी नहीं बन पाए। 2010 में वह टूर्नामेंट में 419 रन बनाकर सुर्खियों में आए लेकिन वह इस प्रदर्शन को फिर से दोहराने में सफल नहीं हो पाए।इसके बाद वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली डेयरडेविल्स और राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के भी हिस्सा रहे। साल 2017 में मुंबई इंडियंस में वह वापस शामिल किए गए। जहां उन्होंने एक मैच खेला। वह दोबारा मुंबई के लिए 30 लाख में बिके लेकिन खेलने का मौक नहीं मिला।

जेपी डुमिनी ने 2009 में आईपीएल में खेलना शुरू किया। मुंबई की टीम का हिस्सा रहे। उनके बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर टीम 2010 में फाइनल में पहुंची थी। 2014 में दिल्ली से जुड़ने से पहले डेक्कन चार्जर्स और एसआरएच के लिए खेले था। उन्हें 2015 में टीम का कप्तान बनाया गया था, जहां उन्होंने 14 मैचों में 414 रन बनाए थे। उन्होंने 2017 तक दिल्ली के लिए खेलना जारी रखा। वह वर्तमान में दक्षिण अफ्रीका टीम का हिस्सा हैं और वर्ल्डकप के बाद वो वनडे से संन्यास ले लेंगे।

#4 जहीर खान और दिलहारा फर्नान्डो

Enter caption

जहीर खान की गेंदबाजी का सानी लंबे समय तक कोई नहीं रहा। अपनी गेंदबाजी के लिए जाने जाने वाले जहीर खान 2000-2010 तक सर्वश्रेष्ठ भारतीय गेंदबाज के तौर पर जाने गए। 2008 में आरसीबी के लिए खेले और दूसरे संस्करण में रॉबिन उथप्पा के लिए बदले गए। 2010 में उन्होंने 19.33 के स्ट्राइक-रेट से 15 विकेट हासिल किए। अपने पूरे आईपीएल करियर में, उन्होंने 100 मैचों में 101 विकेट लिए। आजकल, वह कई टीवी चैनल्स पर क्रिकेट विश्लेषक के रूप में देखे जाते है। 2019 सीजन के लिए, उन्हें मुंबई इंडियंस की टीम का क्रिकेट संचालन निदेशक नियुक्त किया गया है।

वेस्टइंडीज में 2007 विश्व कप में दिलहारा फर्नांडो अपनी गति और स्विंग के लिए मशहूर हुए। वह 2008-11 से मुंबई इंडियंस टीम का हिस्सा थे, लेकिन केवल दो सत्रों के लिए ही उपलब्ध रहे। उन्होंने 10 मैचों मे प्रभावशाली स्ट्राइक रेट के साथ 17 विकेट हासिल किए। फॉर्म में गिरावट के चलते उन्हें राष्ट्रीय टीम से बाहर कर दिया गया और टीम में वापसी नहीं कर पाए।

#5 हरभजन सिंह, लासिथ मलिंगा और किरोन पोलार्ड

Enter caption

मुंबई इंडियंस के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक रहे हरभजन सिंह ने मुंबई की टीम ने जब 2013, 2015 और 2017 में फाइनल जीता तब वह इसी टीम के सदस्य थे। उन्हें 2018 में सीएसके की टीम ने खरीदा। इस सीजन में उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा है और वो फाइनल मैच का भी हिस्सा होने वाले हैं।

डेथ ओवर में गेंदबाजी के लिए जाने जाने वाले श्रीलंकाई खिलाड़ी लसिथ मलिंगा 2009 की नीलामी मुंबई इंडियंस द्वारा खरीदे गए। उन्होंने अपने पहले ही आईपीएल में 18 विकेट लेकर अपने चयन को सही साबित किया। अपने प्रदर्शन में कमी के चलते वह 2018 की नीलामी में बिना बिके रह गए। उन्हें इसके बाद मुंबई टीम के लिए मेंटर के रूप में नियुक्त किया गया। 2019 की नीलामी में उन्हें फिर से मुंबई इंडियंस ने अपने साथ रखा। उन्होंने अब तक करियर में 121 मैचों में 16.59 की स्ट्राइक रेट से 169 विकेट लिए हैं। इस सीजन भी उनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा।

# किरोन पोलार्ड

Image result for किरेन पोलार्ड मुंबई

किरोन पोलार्ड ने भले ही वेस्टइंडीज के लिए बहुत सारे मैच नहीं खेले हैं. लेकिन जब वह नीली जर्सी पहनते हैं, तो उनका प्रदर्शन अलग रहता है। 2010 की नीलामी में, उन्हें 750,000 USD में मुंबई में बेच दिया गया था। उन्होंने 13 गेंदों पर 33 * रनों की तेज पारी खेली और 3 विकेट लिए जिससे टीम अपने पहले आईपीएल फाइनल में पहुंची।

उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी और मध्यम गति की गेंदबाजी ने उन्हें टीम में जगह बनाने में मदद की। 2010 से अब तक, उन्होंने 147 मैचों में 2715 रन बनाए हैं और इसी अवधि में 56 विकेट लिए हैं। उन्होंने मुंबई इंडियंस के लिए एक प्रमुख खिलाड़ी बनना जारी रखा है। उन्हें वेस्टइंडीज की वर्ल्डकप टीम में मौका नहीं मिला है।

Quick Links

Edited by मयंक मेहता