दुनिया के महान गेंदबाजों में से एक मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) ने श्रीलंका टीम (Sri Lanka Cricket Team) की लगातार हार को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। मुथैया मुरलीधरन के मुताबिक वर्तमान की श्रीलंका टीम ये भूल गई है कि जीत कैसे हासिल की जाती है। मुरलीधरन ने दूसरे वनडे में भारत के खिलाफ मिली हार के बाद ये प्रतिक्रिया दी।
भारत और श्रीलंका के बीच कोलंबो में खेला गया दूसरा वनडे मुकाबला काफी रोमांचक रहा। इस मैच में श्रीलंका ने भारतीय टीम को कड़ी टक्कर दी लेकिन वो जीत हासिल नहीं कर पाए। 276 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम की शुरूआत अच्छी नहीं रही। 116 रन तक भारत ने अपने 5 विकेट गंवा दिए थे और 193 के स्कोर पर सातवां विकेट भी गंवा दिया और यहां से भारत की हार सुनिश्चित लग रही थी। हालांकि निचले क्रम में भुवनेश्वर कुमार और दीपक चाहर ने जबरदस्त साझेदारी कर टीम को जीत दिला दी। दोनों बल्लेबाजों ने 84 रनों की अविजित साझेदारी की।
श्रीलंकाई टीम की हार को लेकर मुथैया मुरलीधरन का बयान
श्रीलंका की इस हार के बाद कोच से लेकर कप्तान और सभी खिलाड़ी काफी निराश दिखे। मेजबान टीम ये मुकाबला जीत सकती थी लेकिन अनुभव की कमी की वजह से वो ये मैच हार गए। इस मुकाबले को लेकर पूर्व श्रीलंकाई दिग्गज मुथैया मुरलीधरन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने ईएसपीएन क्रिकइन्फो पर बातचीत के दौरान कहा,
मैं पहले ही कह चुका हूं कि श्रीलंका को जीत का तरीका नहीं पता है। पिछले कुछ सालों से वो ये भूल गए हैं कि जीत कैसे हासिल की जाती है। ये उनके लिए काफी मुश्किल है। मैंने लंच से पहले कहा था कि अगर श्रीलंका पहले 10-15 ओवरों में तीन विकेट ले लेती है तो फिर भारतीय टीम को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा और ऐसा ही हुआ। हालांकि इसके बाद दीपक चाहर और भुवनेश्रर कुमार ने जबरदस्त साझेदारी कर अपनी टीम को जीत दिला दी।
मुथैया मुरलीधरन के मुताबिक श्रीलंका ने वनिंदू हसरंगा से और पहले गेंदबाजी नहीं कराकर बड़ी गलती की। अगर चाहर और भुवनेश्वर कुमार में से किसी एक का विकेट उन्हें मिल जाता तो फिर भारतीय टीम के लिए जीत हासिल करना आसान नहीं होता।