पूर्व स्पिन गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन (Muttiah muralitharan) ने श्रीलंका को भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में मिली जीत को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। मुरलीधरन के मुताबिक 19वें ओवर में छक्का लगाने की वजह से मैच का रुख पलट गया। उन्होंने कहा कि अगर आखिरी ओवर में 14-15 रन चाहिए होते तो फिर श्रीलंका को दिक्कतें आ सकती थीं।
श्रीलंका को आखिरी दो ओवर में जीत के लिए 20 रन चाहिए थे। भारत की तरफ से 19वें ओवर में गेंदबाजी के लिए भुवनेश्वर कुमार आए लेकिन उन्होंने 12 रन अपने इस ओवर में दे दिए। उनके इस ओवर में एक छक्का भी चमिका करुणारत्ने ने लगाया। यही वजह रही कि श्रीलंका को आखिरी ओवर में जीत के लिए सिर्फ 8 रन चाहिए थे और उन्होंने आसानी से लक्ष्य को हासिल कर लिया।
श्रीलंका की जीत को लेकर मुथैया मुरलीधरन का बयान
मुथैया मुरलीधरन के मुताबिक भारतीय टीम ने ज्यादा रन नहीं बनाए थे लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कड़ा मुकाबला किया। उनके मुताबिक अगर श्रीलंका को आखिरी ओवर में 14 या 15 रन चाहिए होते तो फिर उनके सामने मुश्किलें खड़ी हो सकती थीं। मैच के बाद ईएसपीएन क्रिकइन्फो पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
टोटल ज्यादा बड़ा नहीं था। 132 का स्कोर पार नहीं होता है लेकिन इसके बावजूद इंडिया ने कड़ा मुकाबला किया और एक समय वो इस मैच को जीतते हुए दिख रहे थे। धनंजय डी सिल्वा ने बेहतरीन खेल दिखाया और चमिका करुणारत्ने ने फुलटॉस गेंद पर जो छक्का लगाया उससे पूरे मैच का रूख ही पलट गया। अगर हमें आखिरी ओवर में 14-15 रन बनाने होते तो फिर श्रीलंका के लिए मुश्किलें बढ़ जातीं।
भारतीय टीम इस मैच में अपनी पूरी ताकत के साथ नहीं उतरी थी। भारतीय टीम के कई खिलाड़ियों के आइसोलेशन में होने के कारण प्लेइंग इलेवन में छह गेंदबाजों को खिलाया गया और सिर्फ पांच ही बल्लेबाज अंतिम ग्यारह में शामिल किये गए। चार खिलाड़ियों ने इस मैच में डेब्यू किया। यही वजह रही कि टीम ज्यादा बड़ा स्कोर नहीं बना पाई।
मुथैया मुरलीधरन के मुताबिक इससे मैच पर काफी असर पड़ा। उनके मुताबिक भारतीय टीम को बल्लेबाजों की कमी खली।