श्रीलंका (Sri Lanka) के पूर्व महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) मंगलवार को कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में 3 मैचों की श्रृंखला के दूसरे वनडे में भारत से श्रीलंका की 3 विकेट से हार के दौरान मुख्य कोच मिकी आर्थर की बॉडी लैंग्वेज से नाखुश थे। मुरलीधरन ने इसका जिक्र किया है। मैच के बाद आर्थर और कप्तान दसुन शनाका मैदान पर ही बहस करने लगे थे जिसका वीडियो भी वायरल हुआ है।
मुथैया मुरलीधरन ने कहा कि मिकी आर्थर को शांत रहना चाहिए था और एनिमेटेड फिगर के बजाय बेहतर संवाद करना चाहिए था क्योंकि श्रीलंका ने एक फायदा गंवा दिया और आखिरकार टीम दूसरा वनडे मैच हार गई। मुरलीधरन ने ESPN से बातचीत करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि कोच सिर्फ शांत होने और कुछ संदेश भेजने के बजाय खुद को निराश और सब कुछ दिखा रहा था।
मुरली ने कहा कि श्रीलंका को जीत के तरीके नहीं पता, इतने सालों में टीम जीतना भूल गई है और यह मैंने पहले भी कहा है। टीम के लिए यह मुश्किल है क्योंकि उन्हें पता नहीं है कि मैच को कैसे जीता जाए। भारत के 7 विकेट गिर गए थे, एक विकेट और गिरते ही मैच सील हो जाता लेकिन उन्हें तरीका ही पता नहीं था।
जब मुकाबला चल रहा था, उस समय श्रीलंकाई कोच मिकी आर्थर की बॉडी लेंग्वेज अलग नजर आ रही थी। वह हर बार निराशा वाला मुंह बना रहे थे। किसी तरह का सुझाव मैदान पर भेजते हुए भी वह दिखाई नहीं दिए। मैच खत्म होने के बाद वह कप्तान दसुन शनाका से मैदान पर भिड़ गए। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
दूसरी तरफ भारतीय कोच राहुल द्रविड़ की बात करें, तो वह ड्रेसिंग से बाहर आए और दीपक चाहर तक एक सुझाव भिजवाया। उन्होंने राहुल चाहर को अंदर भेजकर दीपक चाहर को कहलवाया कि पूरे ओवर बल्लेबाजी करनी है। इस संदेश का असर हुआ और दीपक चाहर के साथ भुवनेश्वर कुमार क्रीज पर टिके रहे और अंतिम ओवर में मैच खत्म कर लौटे। इससे पता चलता है कि मैच के बीच में भी एक कोच की भूमिका कितनी अहम हो जाती है।