भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास का सबसे मजबूत तेज गेंदबाजी तिगड्डा
फिर आया 2018 इस साल भारतीय क्रिकेट को टेस्ट में ऐसा गेंदबाज मिला जिसने गेंदबाजी के मायने ही बदलकर रख दिए। इस गेंदबाज ने भारतीय क्रिकेट के सारे मिथकों को तोड़कर रख दिया। इस गेंदबाज का नाम है जसप्रीत बुमराह। टेस्ट क्रिकेट में एक साल बिताने के बाद भी यह गेंदबाज बल्लेबाजों के लिए अबूझ पहेली बना हुआ है। भारतीय क्रिकेट में बुमराह अकेले ऐसे तेज गेंदबाज नजर आते हैं जिसकी हर गेंद पर बल्लेबाज आशंकित रहता है कि इसे खेलूं या जाने दूं।
ऑस्ट्रेलिया में असल जीत का कारण यही है कि अब वो समय आ गया है जब भारतीय तेज गेंदबाजों से दुनिया की बड़ी से बड़ी टीमें भी खौफ खाती है। खुद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने इस बात को स्वीकार किया है कि वर्तमान में भारत के पास सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजी आक्रमण है। अब हमारे तेज गेंदबाज रन रोकने या व्यक्तिगत उपलब्धि के लिए नहीं बल्कि विपक्षी टीम को जल्दी ढेर करने के इरादे से मैदान में उतरते हैं। यही वजह है कि बीते एक साल में ही भारत ने साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में मात दी। ऑस्ट्रेलिया में तो हम एक कदम आगे निकल गए और सीरीज भी जीत ली।
अब भारतीय कप्तान स्पिनर्स से ज्यादा तेज गेंदबाजों पर भरोसा जताता है। अब ये देखकर अच्छा लगता है कि अब भारतीय गेंदबाजों ने नाम के आगे तेज/तूफानी/स्पीड स्टार जैसे शब्दों का इस्तेमाल होता है। अब भारतीय गेंदबाज 120-130 की गति तक सीमित नहीं हैं बल्कि वे तो 140-150 की छलांग मारने को लालायित रहते हैं। भारतीय क्रिकेट में पहली बार बल्लेबाजों के साथ ही गेंदबाजों पर भी बराबर का भरोसा करने का मन कर रहा है। अब बल्लेबाज कम स्कोर भी करे तो मन कहता है गेंदबाज तो हैं ही देख लेंगे।