भारतीय टीम (Indian Tam) के खिलाफ इंग्लैंड (England) की टेस्ट सीरीज में हुई हार के बाद पूर्व इंग्लिश कप्तान नासिर हुसैन (Nasser Hussain) ने इंग्लैंड की रोटेशन प्रणाली पर सवाल उठाए हैं। नासिर हुसैन का कहना है कि खिलाड़ियों को रोटेट करने का यह सही समय नहीं था। हुसैन ने कहा कि गोल्फ के टर्म में कहा जाए तो भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज एक मेजर है। इंग्लैंड ने रोटेट करते हुए उन्हें श्रेष्ठ मौका नहीं दिया।
डेली मेल के लिए लिखे कॉलम में नासिर हुसैन ने कहा कि मैं ईसीबी से सहमत हूं कि वे खिलाड़ियों की देखभाल कर रहे हैं। उनकी देखभाल करना उनका कर्तव्य है और उन्होंने एक ऐसी नीति बनाने में सही काम किया है जो उनके मानसिक स्वास्थ्य पर विचार करता है। मुद्दा यह है कि जब आप खिलाड़ियों को रोटेट करते हैं तो यह समय रोटेट करने के लिए नहीं था। गोल्फ की भाषा में कहें तो भारत में एक टेस्ट सीरीज आपके मेजर्स में से एक होती है।
नासिर हुसैन का पूरा बयान
उन्होंने आगे कहा कि हालाँकि वह नीति के लिए सहमत हैं, उन्होंने कहा कि टीम को इस बात पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है कि वे इसका उपयोग कैसे करने जा रहे हैं। रोरी बर्न्स के श्रीलंका नहीं जाने और बच्चे के जन्म के अवसर पर परिवार के साथ रहने के निर्णय को सही बताते हुए नासिर हुसैन ने कहा कि जब वह भारत में अश्विन जैसे ऑफ़ स्पिनर के खिलाफ आए तो बिना अभ्यास के आ गए, जो नहीं होना चाहिए था।
गौरतलब है कि भारतीय स्पिनरों को खेलने में इंग्लैंड की टीम बिलकुल असमर्थ नजर आई। कप्तान जो रूट ने पहले मैच में दोहरा शतक जड़ा था, इसके बाद कोई खिलाड़ी उनकी तरफ से शतक बनाने में सफल नहीं हुआ। भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 32 विकेट चटकाए और प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट रहे।