पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंकटपति राजू का मानना है कि विकेटकीपर बल्लेबाज एम एस धोनी के लिए भारतीय टीम में वापसी करना काफी मुश्किल होगा। उनके मुताबिक धोनी की राष्ट्रीय टीम में वापसी अब काफी मुश्किल है। आपको बता दें कि वेंकटपति राजू उस चयन समिति का हिस्सा थे, जिसने एम एस धोनी को भारतीय टीम का कप्तान बनाया था।
बाएं हाथ के पूर्व गेंदबाज वेंकटपति राजू के मुताबिक एम एस धोनी को भारतीय टीम में अपनी भूमिका को समझना होगा। चयनकर्ता इस वक्त भारतीय टीम में दो विकेटकीपरों पर इन्वेस्ट कर रहे हैं। वेंकटपति राजू ने कहा कि इस सीजन के आईपीएल आयोजन को लेकर अभी संशय बना हुआ है और इसीलिए धोनी की वापसी की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है।
द हिंदू से खास बातचीत में वेंकटपति राजू ने कहा कि धोनी 15 सालों से मैच विनर खिलाड़ी हैं और उनकी फैन फॉलोइंग काफी बड़ी है। लेकिन किसी भी अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी के लिए इतने समय बाद टीम में वापसी करना काफी मुश्किल होता है। अहम बात ये है कि अगर आईपीएल का आयोजन होता है तो धोनी को उनके प्रदर्शन के आधार पर टीम में चुना जाना चाहिए।
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वेंकटपति राजू ने ये भी बताया कि क्यों उनकी चयन समिति ने 2007 में एम एस धोनी को भारतीय टीम का कप्तान चुना था। उन्होंने इसके लिए धोनी के शांत स्वभाव और उनकी निरंतरता को श्रेय दिया। राजू ने कहा कि हमारे लिए कप्तान चुनने का एक ही पैमाना था कि वो खिलाड़ी मैच विनर हो और वो लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा हो। धोनी के शांत स्वभाव और जिस तरह से वो टीम को हैंडल करते हैं, उससे हम लोग काफी प्रभावित हुए। इसीलिए हमने उनको 2007 में भारतीय टीम का कप्तान चुना था।
आपको बता दें कि एम एस धोनी ने 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के बाद से ही कोई अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। वो आईपीएल से मैदान में वापसी करने वाले थे लेकिन कोरोना वायरस के कारण अब उसे 15 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।