भारतीय टेस्ट टीम में खेलने का मौका पाने के लिए लम्बे समय से तरस रहे सरफ़राज़ खान (Sarfaraz Khan) का इन्तजार गुरुवार, 15 फरवरी को ख़त्म हुआ, जब उन्हें राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे मुकाबले (IND vs ENG) से पहले डेब्यू कैप दी गई। इस दौरान सरफ़राज़ की पत्नी और उनके पिता एवं कोच की भूमिका निभाने वाले नौशाद खान भी वहां मौजूद थे। सरफ़राज़ की डेब्यू कैप को देखकर नौशाद की आँखों से आंसू छलक पड़े और इस पल की तस्वीरें एवं वीडियो भी खूब चर्चा में रहे।
पहले दिन के खेल के बाद, सरफ़राज़ खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खुलासा किया कि उनके पिता टेस्ट मैच के लिए लगभग नहीं आने वाले थे। वहीं, आजतक को दिए इंटरव्यू में नौशाद ने भी अपने बेटे की बात दोहराते हुए कहा कि वह मैच देखने नहीं आने वाले थे, क्योंकि वह अस्वस्थ महसूस कर रहे थे लेकिन सूर्यकुमार यादव के कारण वह राजकोट आये।
नौशाद ने कहा कि सूर्यकुमार यादव ने मुझे राजकोट मैच देखने को कहा। सुबह 11 बजे तक भी राजकोट आने का मेरा कोई प्लान नहीं था, मैं थोड़ा बीमार था, आप मेरी आवाज से बता सकते हैं। सूर्यकुमार यादव ने मुझसे पूछा कि क्या मैं मैच देखने जा रहा हूं। मैंने उससे कहा कि मैं नहीं चाहता कि सरफराज पर किसी तरह का दबाव आए। मेरे पास 100 प्रतिशत गारंटी नहीं थी कि उन्हें डेब्यू का मौका मिलेगा या नहीं। सूर्यकुमार ने मुझे समझाया कि आपको अपनी जिंदगी में ऐसा दूसरा पल नहीं मिलेगा, मैं भी अपने माता-पिता को अपने डेब्यू टेस्ट को देखने के लिए लेकर गया था। हमें केवल एक फ्लाइट टिकट मिला और मैं राजकोट आ गया।
आपको बता दें कि सरफ़राज़ खान की घरेलू टीम मुंबई है और सूर्यकुमार यादव भी उसका हिस्सा हैं। ऐसे में ये दोनों एक-दूसरे को अच्छे से जानते हैं। वहीं, अपने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में सरफ़राज़ ने जबरदस्त तरीके से छाप छोड़ी और 66 गेंदों में 62 रनों की तेजतर्रार पारी खेली। हालाँकि, वह दुर्भाग्यशाली रहे और रविंद्र जडेजा की एक गलत कॉल की वजह से रन आउट हो गए। मैच के बाद, जडेजा ने सोशल मीडिया पर अपनी गलती के लिए माफ़ी मांगी।