भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर (Sanjay Bangar) ने कहा कि ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को टी20 फॉर्मेट में ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में आजमाया जा सकता है, उन्होंने कहा कि इसी तरह के कदम से सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को खेल के छोटे प्रारूपों में विकसित होने मदद मिली थी। बांगर ने पंत का समर्थन करने की बात कही, लेकिन टीम प्रबंधन से विकेटकीपर-बल्लेबाज की मैच जीतने की क्षमता का अधिकतम लाभ उठाने के लिए नई चीजों को आजमाने का आग्रह किया।
केएल राहुल के चोटिल होकर बाहर होने के बाद, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऋषभ पंत को पांच टी20 मैचों की सीरीज के लिए कप्तान बनाया गया था। सीरीज खत्म होने तक टीम में पंत की जगह पर ही सवालिया निशान लग गए हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने पांच पारियों में महज 58 रन बनाये और मध्यक्रम में रन बनाने के लिए जूझते हुए नजर आये। वहीँ कई बार वह वाइड गेंदों पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में कैच आउट भी हुए।
हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक जैसे खिलाड़ियों ने मध्यक्रम में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन पंत अपने आक्रामक एप्रोच के साथ नियंत्रण खोजने में असफल रहे।
लम्बे समय के लिए बाएं-दाएं ओपनिंग कॉम्बिनेशन के लिए पंत एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं - संजय बांगर
स्टार स्पोर्ट्स पर चर्चा के दौरान बांगर ने कहा कि वनडे क्रिकेट में पारी की शुरुआत करने के लिए भेजे जाने के बाद सचिन तेंदुलकर ने निरंतरता पाई और पंत कुछ ऐसा ही कर सकते हैं जो एडम गिलक्रिस्ट ने खेल के छोटे प्रारूपों में ऑस्ट्रेलिया के लिए किया था, अगर उन्हें टॉप पर मौका दिया जाए। उन्होंने कहा,
मैं इसके बारे में 3 साल से सोच रहा हूं। अगर आप सचिन तेंदुलकर के करियर पर नजर डालें तो उन्होंने अपना पहला शतक अपनी 75वीं या 76वीं पारी में तब लगाया था जब उन्हें मध्यक्रम में बड़े पैमाने पर बल्लेबाजी करने के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ पारी की शुरुआत करने के लिए कहा गया था।। फिलहाल भारतीय टीम की नजर बाएं-दाएं कॉम्बिनेशन पर है। हां, इशान किशन अभी अच्छा कर रहे हैं, लेकिन अगर भारतीय टीम की नजर लंबे समय के लिए बाएं-दाएं की ओपनिंग जोड़ी पर है, तो ऋषभ पंत वही काम कर सकते हैं जो एडम गिलक्रिस्ट ने ऑस्ट्रेलिया के लिए किया था।