न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के लिए भारतीय टीम (Indian Team) का ऐलान कर दिया गया है लेकिन पृथ्वी शॉ को टीम में नहीं देखकर कई फैन्स हैरान और परेशान हैं। हालांकि टीम में बतौर ओपनर शुभमन गिल को शामिल करने के कारण शॉ को जगह नहीं मिली। दोनों टीमों में से फेवरेट की बात की जाए, तो निश्चित रूप से न्यूजीलैंड का नाम ही आएगा और इसके पीछे कारण भी है।
इंग्लैंड के साउथैम्पटन में मैच होना है, ऐसे में कीवी टीम के लिए फायदा इसलिए है क्योंकि वहां की पिचों पर गेंद में हलचल होती है और न्यूजीलैंड में भी पिचों पर गेंद लहराती है। स्पिन पिचों के आदी भारतीय बल्लेबाजों को ऐसे में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। न्यूजीलैंड को अपने देश जैसी परिस्थितियाँ मिली है, ऐसे में भारत के लिए मामला आसान नहीं होगा। फाइनल मैच वेस्टइंडीज जैसे किसी अलग स्थान पर होना चाहिए था।
न्यूजीलैंड को फायदा मिलने का कारण
न्यूजीलैंड को फायदा इसलिए भी मिलेगा क्योंकि भारत के खिलाफ फाइनल मैच से पहले कीवी टीम इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैच की सीरीज इंग्लैंड में खेलेगी। इन टेस्ट मैचों से भी पहले कीवी टीम को टॉन्टन में चार दिवसीय अभ्यास मैच भी खेलना है। टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल से पहले तीन मैच खेलने से न्यूजीलैंड को इंग्लैंड की परिस्थितियों में खेलने की आदत हो जाएगी, ऐसे में नुकसान भारतीय टीम का ही होगा। अगर यह संयोग है, तो ठीक है और न्यूजीलैंड ने इस समय सीरीज को एक योजना के अनुसार चुना है, तो उनकी इस चाल की सराहना तो जरुर करनी चाहिए।
भारतीय टीम अगर मई के अंतिम सप्ताह में इंग्लैंड जाती है, तो वहां की परिस्थितियों में खेलने की आदत डालने के लिए खुद की टीम के दो भाग करते हुए दो अभ्यास मैच खेलने चाहिए। दोनों टीमों में 11-11 खिलाड़ी करते हुए दो अभ्यास मैच खेलने से टीम इंडिया को थोड़ा फायदा हो सकता है, अन्यथा कीवी टीम का पलड़ा भारी नजर रहेगा।