न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में भारतीय टीम (Indian Team) का पलड़ा थोड़ा कमजोर कहा जा सकता है और इसके पीछे कुछ कारण भी है। भारतीय टीम को इंग्लैंड जाने के बाद अभ्यास के लिए एक भी मैच नहीं मिलेगा, दूसरी तरफ न्यूजीलैंड की टीम वहां जाकर दो प्रोपर टेस्ट मैचों के अलावा एक अभ्यास मैच भी खेलेगी।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भी ऐसा ही कहा है। न्यूजीलैंड की परिस्थितियों में गेंद हिलती है और इंग्लैंड में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल सकता है। इसके अलावा ड्यूक बॉल का फायदा भी न्यूजीलैंड की मिलेगा। भारतीय टीम इंग्लैंड जाने के बाद क्वारंटीन में रहेगी और बाद में सीधा मैदान का रुख करेगी।
माइकल वॉन ने भी कुछ यही कहा है
माइकल वॉन ने कहा कि न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड की परिस्थितियों में अभ्यस्त हो सकती है, खासकर ड्यूक बॉल से, जो वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में इस्तेमाल की जाएगी। भारतीय टीम एक सप्ताह पहले आकर सीधा मैदान पर उतरेगी। न्यूजीलैंड के पास अभ्यास के लिए इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैच है। वॉन ने आगे कहा कि स्वाभाविक है कि न्यूजीलैंड की टीम को बेहतर तैयारी करने का मौका मिलेगा और उनकी टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ी होंगे, जो रेड बॉल गेम में काफी खेले होंगे। खासकर यूके और न्यूजीलैंड में ड्यूक बॉल के साथ।
इससे पहले भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने भी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप से पहले तैयारी के लिए मौका नहीं मिलने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि टीम इंडिया साउथैम्पटन में खेलने के लिए विश्वास से लबरेज होगी।
माइकल वॉन की बातों पर गौर किया जाए, तो इसमें एक सच्चाई तो नजर आती है। न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड के खिलाफ दो प्रोपर टेस्ट मैच खेलेगी और इसका फायदा उन्हें मिल सकता है। दो टेस्ट मैचों से पहले न्यूजीलैंड के खिलाड़ी आपस में एक अभ्यास मैच खेलेंगे और यह मैच भी तीन दिन का होगा। दूसरी तरफ भारतीय टीम के लिए ऐसे व्यवस्था फिलहाल नहीं है। टीम इंडिया को भी अपने खिलाड़ियों को दो भागों में बांटकर कम से कम दो अभ्यास मैच तो जरुर खेलने चाहिए।