भारतीय टीम (India Cricket Team) जुलाई में वेस्टइंडीज दौरे (India's tour of West Indies) पर जाएगी। बीसीसीआई (BCCI) ने हाल ही में वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टेस्ट और वनडे टीम की घोषणा की। बंगाल के अभिमन्यू ईस्वरन (Abhimanyu Easwaran) टेस्ट टीम में जगह बनाने से चूक गए। 27 साल के ईस्वरन ने पिछले कुछ समय में घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया और कई लोगों ने सलाह दी कि राष्ट्रीय टीम में वो जगह पाने के हकदार हैं। मगर अभिमन्यू के हाथ निराशा लगी।
अभिमन्यू ईस्वरन ने भारत ए की कप्तानी की। उन्होंने इस टीम के लिए चार शतक जमाए। इनमें तीन शतक घर से बाहर जमाए। इसके अलावा 2017/18 रणजी ट्रॉफी से ईस्वरन ने 62.79 की औसत से 2890 रन बनाए हैं। भारतीय टीम में इस समय ऋतुराज गायकवाड़, ईशान किशन और यशस्वी जायसवाल को मौका मिला, जिनकी औसत क्रमश: 42.92, 33.71 और 49.34 की रही।
अभिमन्यू ईस्वरन को शानदार औसत के बावजूद नजरअंदाज किया गया। ईस्वरन ने इसके बावजूद हार नहीं मानी और कहा कि वो लगातार मेहनत जारी रखेंगे और राष्ट्रीय टीम का दरवाजा खटखटाते रहेंगे। बंगाल के अभिमन्यू ईस्वरन इस समय दलीप ट्रॉफी में ईस्ट जोन की कप्तानी कर रहे हैं।
ईस्वरन ने भारतीय टीम में सेलेक्ट न होने को लेकर कहा, 'सीधी सी बात है कि थोड़ी निराशा है। मगर मेरा मानना है कि आने वाली चीज पर ध्यान लगाऊं और अपनी ऊर्जा वहां झोंक दूं। मेरा पूरा ध्यान इस समय दिलीप ट्रॉफी पर है। मैं भारतीय टीम में जगह पाने की आस कभी नहीं छोडूंगा क्योंकि बचपन से यह मेरा सपना है। मैं रोज मेहनत करूंगा और प्रत्येक दिन अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा। मैं क्रिकेटर के रूप में सुधार करना चाहूंगा और जब भी मौका मिले तो खुद को उसके लिए तैयार रखना चाहूंगा।'
यह पूछने पर कि इतने रन बनाने के बाद जब नजरअंदाज किया जाता है तो कितनी मुश्किल होती है। इस पर ईस्वरन ने कहा, 'सेलेक्शन तो मेरे हाथ में नहीं है। मैं सिर्फ इतना नियंत्रित कर सकता हूं कि मैं क्या सोचता हूं। इस समय मैं अपने क्रिकेटर पर ध्यान दे रहा हूं और उसको बेहतर करने की तैयारी में जुटा हूं। मैं अपनी टीम को जीत दिलाने पर पूरा ध्यान दे रहा हूं।'