मुंबई के पूर्व स्पिनर अंकित चव्हाण को प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी का भरोसा है। चव्हाण करीब 8 साल से क्रिकेट गतिविधियों से दूर हैं। 35 साल के बाएं हाथ के स्पिनर का नाम आईपीएल 2013 स्पॉट फिक्सिंग में सामने आया था। अंकित चव्हाण के साथ राजस्थान रॉयल्स के टीम साथी एस श्रीसंत और अजित चंडीला इसमें दोषी पाए गए थे।
इन तीनों पर प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से आजीवन प्रतिबंध लगा था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा एस श्रीसंत का प्रतिबंध घटाकर सात साल कर दिया गया। सितंबर 2020 के बाद अनुभवी तेज गेंदबाज ने केरल के लिए प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया और आईपीएल 2021 नीलामी में अपना नाम भी बढ़ाया था।
अंकित चव्हाण ने क्रिकबज को दिए इंटरव्यू में कहा कि उनके पास मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) के लोकपाल की अनुमति है कि सात साल बाद क्रिकेट गतिविधियां शुरू कर सकते हैं।
अंकित चव्हाण ने कहा, 'मैंने मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) से अनुरोध किया है कि वह हमेशा की तरह मेरी मदद और समर्थन करे और मेरे आवेदन को आगे ले जाए। लोकपाल ने एक महीने पहले (3 मई) अपने आदेश में कहा था कि मेरी सजा को घटाकर सात साल कर दिया जाए जो सितंबर 2020 में समाप्त हो गई।'
बीसीसीआई ने अंकित चव्हाण की याचिका पर नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
अंकित चव्हाण ने खुलासा किया कि उन्होंने बसीसीआई को लिखकर इस मामले पर नजर डालने की विनती की, लेकिन अब तक उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है। यह प्रमुख कारण है कि वो चाहते हैं कि एमसीए इस मामले में हस्तक्षेप करके उन्हें दोबारा प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलने में मदद करे।
चव्हाण ने कहा, 'मैंने बीसीसीआई को खत लिखकर अपना प्रतिबंध हटाने की मांग की और साथ ही लोकपाल के निर्देश संलग्न किए। मगर बीसीसीआई से मुझे कोई जवाब नहीं मिला और इसलिए मैंने एमसीए से हस्तक्षेप करने की गुजारिश की।'
एमसीए अब भी बीसीसीआई की अनुमति के बिना कोई कदम उठाने से हिचक रहा है। अब समय ही बताएगा कि 35 साल के चव्हाण दोबारा कभी प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेल पाएंगे या नहीं।