1983 विश्व कप विजेता बलविंदर सिंह संधू विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में इशांत शर्मा के प्रदर्शन से निराश हैं। भारत को न्यूजीलैंड के हाथों डब्ल्यूटीसी फाइनल में 8 विकेट की शिकस्त सहनी पड़ी। इस दौरान दो दिन का खेल बारिश में धुल गया।
संधू ने कहा कि अपने आप लंबा अनुभव होने के बावजूद इशांत नए खिलाड़ी जैसे गेंदबाजी कर रहे थे। यह इशांत का चौथा इंग्लैंड दौरा है। वह इससे पहले 2011, 2014 और 2018 में भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं। लंबे कद के तेज गेंदबाज ने डब्ल्यूटीसी फाइनल की दोनों पारियों में कुल मिलाकर 31.2 ओवर किए और 69 रन देकर तीन विकेट लिए।
बलविंदर सिंह संधू भारतीय गेंदबाजों से बिलकुल खुश नजर नहीं आए क्योंकि उन्होंने फुल लेंथ गेंदबाजी नहीं की।
पूर्व तेज गेंदबाज के हवाले से न्यूज 19 डॉट कॉम ने कहा, 'भारतीय गेंदबाज रविवार को शॉर्ट लेंथ गेंदें डाल रहे थे, लेकिन मंगलवार को वो ऊपर डाल रहे थे। आपको बल्लेबाज को फ्रंटफुट पर गेंद डालनी चाहिए। गेंदबाज में थोड़ी जंग लगी रह सकती है, लेकिन आप ऊपर की लेंथ पर गेंद डालो और बल्लेबाज को फ्रंटफुट पर ड्राइव लगाने दो।'
संधू ने आगे कहा, 'इशांत शर्मा तो 100 टेस्ट खेलने के बावजूद मुझे नए खिलाड़ी लग रहे थे। उन्हें तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई करनी चाहिए थी, लेकिन शमी वो भूमिका निभा रहे थे। बुमराह का प्रदर्शन भी बेहद निराशाजनक रहा।'
बता दें कि भारतीय टीम दूसरी पारी में केवल 170 रन पर ऑलआउट हो गई, जिसे धूप निकलने के बाद बल्लेबाजी के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जा रहा था। न्यूजीलैंड ने लक्ष्य का पीछा करते हुए संभलकर शुरूआत की और 8 विकेट से मैच जीतकर डब्ल्यूटीसी का खिताब अपने नाम किया।
भारत ने सही गेंदबाजी आक्रमण नहीं चुना: रोजर बिन्नी
1983 विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रोजर बिन्नी का मानना है कि भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट के लिए सही गेंदबाजी आक्रमण का चयन नहीं किया। बिन्नी ने कहा कि भारत को स्विंग गेंदबाज की कमी खली।
बिन्नी ने कहा,'मेरे ख्याल से भारतीय टीम ने सही गेंदबाजी आक्रमण नहीं चुना। आपके पास ऐसा गेंदबाज होना चाहिए जो स्विंग कराए। न्यूजीलैंड ने ऐसा ही किया। उनके गेंदबाज तेज नहीं थे। उन्होंने सही लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी की। आप किसी बल्लेबाज को 90 या 100 एमपीएच की गति से आउट नहीं कर सकते, लेकिन स्विंग के सहारे आउट कर सकते हैं।'
भारतीय टीम अब 4 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में हिस्सा लेगी।