भारतीय ओपनर शुभमन गिल की चोट पर पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता सबा करीम के बयान से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) खुश नहीं है। गिल की पिंडली में चोट है और वह करीब आठ सप्ताह के लिए क्रिकेट एक्शन से दूर रहेंगे। इंग्लैंड के खिलाफ आगामी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भी शुभमन गिल के खेलने पर सस्पेंस बन गया है।
खेलनीति पोडकास्ट में सबा करीम ने कहा था कि शुभमन गिल की चोट मेडिकल टीम से बची रही, जिसे जानकर वह हैरान रह गए। सवाल तो यह भी उठे कि ओपनर ने चोट के बावजूद फिटनेस टेस्ट कैसे पास कर लिया।
बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी दुर्भाग्यवश है और इसे नजरअंदाज किया जाना चाहिए क्योंकि अध्यक्ष सौरव गांगुली बहुत स्पष्ट हैं कि सभी प्रोटोकॉल का पालन हो और अनुबंधित खिलाड़ियों के फिटनेस विश्लेषण में कोई गलती नहीं हो।
अधिकारी ने कहा, 'इस तरह का बयान देकर उन्होंने गांगुली की लीडरशिप पर सवाल किया है, जो नियमों को लेकर काफी सख्त हैं कि खिलाड़ियों की फिटनेस और चयन सही तरीके से हो। यह एक गंभीर आरोप है क्योंकि ऐसा करके वह शुभमन की ईमानदारी और गांगुली के नेतृत्व पर आक्षेप लगाने की कोशिश कर रहे हैं।'
अधिकारी ने आगे कहा, 'मेरा निजी विचार है कि सबा करीम ने ध्यान आकर्षित करने के लिए ये बयान दिया है क्योंकि वह खुद हाल ही के समय तक भारतीय क्रिकेट सेट-अप का हिस्सा रहे हैं। वह जानते हैं कि जब खिलाड़ी फिटनेस टेस्ट से गुजरता है तो उसकी एक प्रक्रिया होती है। आज के जमाने में कोई खिलाड़ी अपनी चोट नहीं छुपा सकता। जब सबा करीम खिलाड़ी या चयनकर्ता थे, तब ऐसा हुआ होगा। मुझे नहीं पता। मगर उनका बयान दुर्भाग्यपूर्ण है।'
बीसीसीआई अधिकारी ने आगे कहा, 'शुभमन गिल को कोई चोट नहीं थी और यह उन्हें दौरे पर लगी है। बच्चे में उच्च स्तर की अतुल्नीयता है और यह दुर्भाग्य की बात है कि एक टेस्ट खेलने वाला पूर्व खिलाड़ी जो बीसीसीआई में जीएम रहा हो, वो इस तरह के बकवास बयान दे सकता है।'
सबा करीम ने क्या कहा था?
पूर्व भारतीय विकेटकीपर और चयनकर्ता सबा करीम ने खिलाड़ी और टीम प्रबंधन पर आरोप लगाए और सवाल खड़े किए थे। सबा करीम ने खेलनीति पोडकास्ट पर कहा, 'मैं देखकर हैरान था कि शुभमन गिल ने अपनी चोट छुपाई। वह लंबे समय से भारतीय टीम के साथ यात्रा कर रहे हैं। फिजियो और अन्य मेडिकल स्टाफ खिलाड़ियों की फिटनेस पर नजर रखते हैं। पहली नजर में यह देखना आश्चर्यजनक रहा कि कैसे हुआ और पहले यह बात क्यों नहीं पता चली।'