वेस्टइंडीज (West Indies Cricket Team) के महान बल्लेबाज क्रिस गेल (Chris Gayle) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के भविष्य पर चिंता जाहिर की है। क्रिकेट में माना जाता है कि तीन देश राज कर रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड का क्रिकेट जगत में दबदबा है और अन्य देशों के मुकाबले ये तीनों देश विशाल राजस्व हासिल करते हैं।
क्रिस गेल चाहते हैं कि छोटे देशों में क्रिकेट की प्रगति हो। गेल का मानना है कि अगर स्थिति समान रही तो फैंस शीर्ष तीन टीमों का खेल पर दबदबा देखकर थक जाएंगे। गेल के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने कहा, 'मैं इस बारे में बात कर रहा हूं। यहां से मैं आता हूं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बहुत हद तक इन टीमों का दबदबा है। अगर हम इसी तरह चलते रहे तो लोग कहेंगे कि हमें नई टीम को आगे बढ़ते देखने की जरुरत है। नई प्रतिभाएं आगे आएं और अपना नाम बनाएं।'
क्रिस गेल ने साथ ही कहा कि देशों के बीच वेतन के अंतर पर अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए और निचली रैंक वाली टीमों को ज्यादा मैच खिलाने चाहिए ताकि उन्हें अपनी शैली सुधारने में मदद मिले।
यूनिवर्स बॉस के नाम से मशहूर क्रिस गेल ने कहा, 'क्रिकेट के ढांचे को ठीक करने की जरुरत है ताकि हर किसी को फायदा मिले। निचली रैंक वाली टीमों को ज्यादा मैच खेलने की जरुरत है ताकि वो शैली में विकास कर सकें। इनके लिए सुविधाएं तैयार की जाएं और खिलाड़ियों को अच्छा वेतन मिले जैसे कि बड़ी टीमों के खिलाड़ियों को मिलता है क्योंकि हर कोई क्रिकेट एक तरह ही खेलता है।'
क्रिस गेल अपने जमाने में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे विस्फोटक ओपनर्स में से एक थे। उन्होंने 103 टेस्ट, 301 वनडे और 79 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। गेल 2004 चैंपियंस ट्रॉफी, 2012 और 2016 टी20 वर्ल्ड कप खिताबी जीत में वेस्टइंडीज के सदस्य रहे हैं। 43 साल के क्रिस गेल ने 2021 टी20 वर्ल्ड कप में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। हालांकि, उन्होंने अब तक संन्यास की घोषणा नहीं की है।