भारत के कुछ राज्य क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारी और पूर्व आईपीएल (IPL) प्लेयर एक युवा खिलाड़ी से 10 लाख की ठगी से संबंधित कथित कैश फॉर सिलेक्शन के चलते जांच के दायरे में आये हैं। इस साल के जुलाई महीने में उत्तर प्रदेश के युवा खिलाड़ी अंशुल राज ने गुडगाँव स्थित एक कॉर्पोरेट मैनेजमेंट के अध्यक्ष आशुतोष बोरा के खिलाफ ठगी का आरोप लगाया। अंशुल ने उनपर आरोप लगाया कि उनसे 10 लाख रुपए ठगे गए और उनसे वादा किया गया कि आगामी सीके नायडू ट्रॉफी में हिमाचल प्रदेश की अंडर 23 टीम में उनका चयन करवा दिया जायेगा।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने इस मामले में चार्जशीट दायर की है और जाँच के तहत दिल्ली, अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जो बिहार टी20 लीग को चला रहें हैं उनके पास इस मामले से जुड़ा नोटिस भेजा गया है। साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि आशुतोष बोरा और उनकी बहन चित्रा जो कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। उन्हें सितम्बर माह में हिरासत में लिया गया दोनों को धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और आपराधिक धमकी के आरोप में हरियाणा की जेल में बंद किया हुआ है।
अंशुल राज द्वारा दायर की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि आशुतोष बोरा ने उन्हें सिक्किम की टीम में भी स्थान दिलाने की बात कही थी। उनके द्वारा दी गई शिकायत में उन्होंने लिखा कि, 'चूंकि मैं एक गरीब और साधारण परिवार से हूं और अपने देश के लिए बड़े सपने और जुनून के साथ खेलना चाहता हूँ। लेकिन आरोपी ने मुझे और मेरे परिवार को इस तरह के घोटाले में धोखा दिया और चीजों को बढ़ा-चढ़ाकर हमसे बहुत बड़ी रकम छीन ली है। मैं आदरपूर्वक प्रार्थना करता हूं कि कृपया आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दर्ज की जाए।'
मुंबई इंडियंस का एक पूर्व खिलाड़ी भी साजिश में शामिल!
अंशुल राज ने यह भी दावा किया कि तेज गेंदबाज जावेद खान, जो दिल्ली के लिए टी20 मैचों में भाग ले चुके हैं और कभी आईपीएल फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस का हिस्सा थे, उन्हें सिक्योर कॉर्पोरेट मैनेजमेंट के चेहरे के रूप में पेश किया गया था।