क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) ने अपने पुरुष और महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ियों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। अब से दोनों वर्ग के खिलाड़ियों को एक समान मैच फीस दी जाएगी। यह नया नियम अगले महीने दक्षिण अफ्रीका के पाकिस्तान दौरे से लागू किया जायेगा। यह बदलाव ना सिर्फ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों पर लागू होगा बल्कि घरेलू खिलाड़ियों पर भी लागू किया जाएगा और इसके साथ ही महिला और पुरुष क्रिकेटर में किसी भी तरह की वेतन असमानता की बात खत्म होगी।
भारत और न्यूजीलैंड के बाद तीसरा देश बना साउथ अफ्रीका
सभी लिंगो के क्रिकेटर में वेतन समानता के ऐतिहासिक निर्णय को सबसे पहले न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने लागू किया था और महिला और पुरुष क्रिकेटर में समान मैच फीस की बात कही थी। उसके बाद साल 2022 में बीसीसीआई ने भी न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड के इस निर्णय से ताल से ताल मिलाते हुए अपने देश के क्रिकेटरों के लिए भी समान मैच फीस की घोषणा की थी।
क्रिकेट साउथ अफ्रीका के चीफ फोलेट्सी मोसेकी ने ऐलान किया है कि प्रोटियाज क्रिकेट परिवार में समान वेतन का निर्णय इसलिए लिया गया हैं ताकि पिछले कुछ वर्षों में हुई अद्भुत उपलब्धियों का जश्न मनाया जा सके।
मोसेकी ने आगे कहा कि क्रिकेट साउथ अफ्रीका का ये निर्णय देश में खेल समुदाय को विकसित करने के लक्ष्य से रखा गया है ताकि स्थानीय उभरते खिलाड़ियों को चमकने का मौका मिल सके।
इस घोषणा के साथ ही CSA ने महिला क्रिकेटरों के लिए एक 6 पेशेवर घरेलू प्रणाली टीम का अनावरण किया है जिसके तहत शीर्ष छह टीमों के पास अब पिछले वर्षों की तुलना में 6 के बजाय 11 खिलाड़ियों को अनुबंधित करने के संसाधन होंगे जो कि डिवीजन 2 के सबसे अधिक वेतन पाने वाले पुरुष क्रिकेटरों के समान होंगे। और अब घरेलू क्रिकेट टीमें अपनी विशेष टीमों के लिए स्थायी हेड कोच और समर्थन स्टाफ की भी नियुक्ति कर सकती हैं।