दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम (South Africa) के पूर्व कप्तान और मौजूदा क्रिकेट डायरेक्टर ग्रीम स्मिथ (Graeme Smith) के ऊपर लगे नस्लवाद के बड़े आरोपों को हटा दिया गया है। सोशल जस्टिस और एसजेएन की रिपोर्ट में यह नतीजा निकाला गया कि ग्रीम स्मिथ के ऊपर लगाये गए सभी आरोपों को ख़ारिज किया जाता है और उन्हें बरी किया जाता है। पिछले साल दिसंबर में डुमिसा नतसेबेजा की अगुआई वाले एसजेएन आयोग ने अपनी 235 पन्नों की रिपोर्ट में जिन लोगों पर नस्लीय भेदभाव में शामिल रहने के आरोप लगाये थे, उनमें स्मिथ, वर्तमान मुख्य कोच मार्क बाउचर और पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स का भी नाम था।
दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड (CSA) के बयान में कहा गया कि स्मिथ के नस्लीय भेदभाव में शामिल होने का कोई स्पष्ट आधार नहीं था कि वह 2012 से 2014 की अवधि के दौरान थामी सोलेकिले के खिलाफ नस्लीय भेदभाव करने में शामिल थे। इसके अलावा साउथ अफ्रीका टीम के कोच के रूप में इनोक नकवे की बजाय मार्क बाउचर को नियुक्त करने के स्मिथ के फैसले में नस्लीय भेदभाव करने का कोई स्पष्ट आधार नहीं था। सीएसए में क्रिकेट निदेशक के रूप में स्मिथ का कार्यकाल पहले ही समाप्त हो चुका है। उनका अनुबंध 31 मार्च को समाप्त हो गया और उन्होंने सीएसए को पद को फिर से अप्लाई नहीं करने का विकल्प चुना।
मार्क बाउचर ने भी नस्लीय भेदभाव के आरोपों पर बयान दिया
दक्षिण अफ्रीका के हेड कोच मार्क बाउचर (Marck Boucher) भी मैदान के बाहर नस्लीय भेदभाव को लेकर कटघरे में आये हैं। बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज जीतने के बाद मार्क बाउचर ने इस मामले को लेकर अहम प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, 'मैंने वास्तव में खिलाड़ियों को कोचिंग देने का आनंद लिया है। हमारे पास वास्तव में एक बेहतरीन टीम है और मैंने लोगों के आसपास रहने और उनके क्रिकेट में विकास को देखने को पसंद किया है। इसके अलावा मैदान के बाहर जो हुआ उसको लेकर मैं यह नहीं कह सकता कि मैंने इसका आनंद लिया है। ईमानदारी से कहूँ तो मुझे नहीं लगता कि मेरी स्थिति में कोई भी इस मामले को पसंद नहीं करेगा।'