भारतीय टीम (Team India) के पूर्व स्टार ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) और पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) ने कई मौकों पर एक साथ मिलकर टीम इंडिया को यादगार जीत दिलाई हैं। दोनों दिग्गजों के बीच मैदान पर गजब की बॉन्डिंग देखने को मिलती थी। हालाँकि, इस बीच सिक्सर किंग युवराज ने एक हैरतअंगेज खुलासा किया हैं। उनका कहना है कि वो और धोनी करीबी दोस्त नहीं रहे हैं, लेकिन मैदान पर दोनों मिलकर देश के लिए 100 प्रतिशत देते थे।
युवी ने अनुसार मैदान पर उतरने के लिए आपको सभी का बेस्ट फ्रेंड होना जरुरी है। किसी भी टीम की प्लेइंग XI के 11 खिलाड़ी साथ में नहीं घूमते हैं। पुराने दिनों के याद करते हुए उन्होंने बताया,
एक समय था जब धोनी चोटिल हो गए थे और मैं उनका रनर बना था। तब मैंने उनके 100 रन पूरे करने में काफी मेहनत की थी। इसी तरह जब मैं वर्ल्ड कप में नीदरलैंड्स के खिलाफ 48 रन पर बल्लेबाजी कर रहा था, तब उन्होंने दो गेंदों को डिफेंस करके मेरा अर्धशतक पूरा करने में मदद की थी।
बता दें कि हाल ही में बाएं हाथ के भारतीय क्रिकेटर एक पॉडकास्ट में बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए थे। इंटरव्यू के दौरान होस्ट ने युवी से धोनी के साथ उनके रिश्ते को लेकर सवाल किया। युवराज ने कहा,
मैं और माही करीबी दोस्त नहीं हैं। हम क्रिकेट की वजह से दोस्त थे और हम साथ में खेलते हैं। उनका लाइफस्टाइल मुझसे काफी काफी अलग था। इसी वजह से हम कभी करीबी दोस्त नहीं बने थे। हमारी दोस्ती सिर्फ खेल के मैदान तक ही सीमित थी। जब मैं और माही एक-दूसरे के साथ मैदान पर गए तो हम ने अपने देश को 100% से अधिक दिया।
युवराज ने आगे बताया कि, 'कई बार धोनी ने ऐसे निर्णय लिए जो मुझे पसंद नहीं थे। कभी-कभी मैंने ऐसे फैसले लिए जो उन्हें पसंद नहीं आये। ऐसा हर टीम में अक्सर होता है। जब मैं अपने करियर के अंत में था और मुझे सही तस्वीर नजर नहीं आ रही थी, तब मैंने उनसे सलाह ली। उन्होंने मुझे बताया कि चयन समिति अभी आपके बारे में नहीं सोच रही है। मुझे कम से कम अपने करियर को लेकर सही तस्वीर तो पता चली। यह 2019 वर्ल्ड कप से पहले की बात है और यही सच्चाई है।'